प्रधानमंत्री का एक पंथ और तीन काज

प्रधानमंत्री का एक पंथ और तीन काज बीकानेर से यूपी की राजनीति साध गए पीएम मोदी करणी माता मंदिर में दर्शन कर क्षत्रियों के घावों पर लगाया मरहम सपा की क्षत्रिय विरोधी राजनीति के संदर्भ में ये बहुत महत्वपूर्ण बीकानेर की धरती से पाकिस्तान को भी हद में रहने की दी चेतावनी विश्व को बताया कि युद्ध से हमारी आर्थिक सेहत पर कोई फर्क नहीं

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लखनऊ। राजनीति में कुछ चीजें होती रहती हैं। और मंझा हुआ राजनीतिक वही है जो उसमें अपने मतलब की बात निकाल कर लाभ उठा ले। पाकिस्तान ने कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी भेज कर गलती की। उसका जवाब भारतीय सेना ने दिया, पाक में घुसकर मारा। किंतु आपदा में अवसर तलाश करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अच्छी तरह आता है। और इस बार तो उन्होंने एक पंथ और तीन काज किया है। बीकानेर की धरती से उन्होंने जहां पाकिस्तान को फिर एक बार खुली चुनौती दी की अगर उसने फिर कोई हिमाकत की तो उसको माकूल जवाब दिया जाएगा, क्योंकि सेना को खुली छूट दी गई है। वह अपने तरीके से काम करती रहेगी। इसके अलावा उन्होंने करणी माता मंदिर में दर्शन करके देश के क्षत्रिय समाज को भी साधने की कोशिश की। क्षत्रिय समाज की वर्तमान समय में समाजवादी पार्टी से चल रही नाराजगी की दृष्टि से प्रधानमंत्री का करणी माता मंदिर जाना महत्वपूर्ण है। करणी माता मंदिर में दर्शन कर प्रधानमंत्री में क्षत्रिय समाज को यह संदेश देने की कोशिश की है कि सिर्फ भाजपा ही उनके हितों की संरक्षक है। प्रधानमंत्री ने बीकानेर की धरती से 26 हजार करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण कर पूरे विश्व समुदाय को यह संकेत भी दे दिया कि भारत के हालिया सैनिक कार्रवाई से देश की आर्थिक स्थिति पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। देश की सभी परियोजनाएं अपने हिसाब से चलेंगी, क्योंकि उन्हें कहीं से भी धन की कमी नहीं होनी है। यानी भारत आर्थिक रूप से मजबूत देश है।

पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करने के लिए सबसे पहले वे आदमपुर एयरबेस गए। इसके बारे में पाकिस्तान ने अफवाह फैला रखी थी कि उसके हथियारों ने आदमपुर एयरबेस को नष्ट किया है। मोदी ने वहां जवानों के साथ फोटो खिंचवाकर इस झूठ को बेनकाब किया। मोदी ने अब बीकानेर की यात्रा की है। बीकानेर की धरती से नरेंद्र मोदी ने जहां पाकिस्तान को सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि उसने अब कोई हिमाकत की तो उसका माकूल जवाब दिया जाएगा। इसके साथ ही मोदी ने क्षत्रियों की कुलदेवी करणी माता मंदिर में दर्शन कर क्षत्रिय समाज की पीड़ा पर मरहम लगाने का काम किया है। मोदी की ये यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने संसद में राणा सांगा को गद्दार कह दिया था। इसके बाद से पूरे देश का क्षत्रिय समाज और करणी सेना सपा पर हमलावर हैं। सांसद सुमन के घर प्रदर्शन भी हुआ। अब जब पहलगाम का मामला शांत होता दिख रहा है तो मोदी ने बीकानेर की धरती से एक साथ दो निशाने साधे हैं। पहला तो यह कि उन्होंने बीकानेर की धरती से पाकिस्तान को सीधा मैसेज दे दिया है ि अब उसकी कोई भी हिमाकत उस पर भारी पड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने क्षत्रिय समाज की सर्व पूजित करणी माता मंदिर में दर्शन कर क्षत्रियों को भी संदेश दे दिया है कि सिर्फ भाजपा ही क्षत्रिय समाज की समर्थक है।

पीएम मोदी की ये यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे अमर सिंह के चलते कभी सपा का वोट बैंक रहा क्षत्रिय समाज इस समय उससे नाराज है। सिर्फ सपा से जुड़ा ही नहीं बल्कि देश की किसी भी पार्टी से जुड़ा क्षत्रिय इस समय रामजीलाल सुमन और समाजवादी पार्टी से खार खाए बैठा है। वह इस समय दोराहे पर है, और उसे बेहतर राजनीतिक विकल्प की तलाश है। और प्रधानमंत्री का यह कदम उत्तर प्रदेश के आने वाले विधानसभा चुनाव या फिर देश के किसी विधानसभा चुनाव में क्षत्रिय समाज को पार्टी के प्रति मोबिलाइज करने का काम करेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार 22 मई को राजस्थान के बीकानेर में थे। वहां पर उन्होंने करणी माता मंदिर में दर्शन किया और शक्ति पूजा की। यहां से पाकिस्तान का बहावलपुर एयरबेस लगभग 40-50 किलोमीटर दूर है। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के इस एयरबेस को भी तबाह किया था। इस एक यात्रा से नरेंद्र मोदी ने जहां पाकिस्तान को हद में रहने की चेतावनी दी वहीं क्षत्रियों की कुल माता करणी देवी की आराधना कर क्षत्रियों को भी संतुष्ट किया। इससे उन्हें उस समाजवादी पार्टी को भी डैमेज करने में आसानी होगी, जिसने राणा सांगा के खिलाफ बयान देने वाले अपने सांसद रामजीलाल सुमन का बचाव किया और क्षत्रियों की नाराजगी मोल ली है। क्षत्रिय समाज इस समय रामजीलाल सुमन और समाजवादी पार्टी से नाराज है।

पीएम मोदी ने यहां पर 26000 करोड़ की परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया। इसके अलावा उन्होंने यहां पर एक साप्ताहिक ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाई। यह साप्ताहिक ट्रेन बांद्रा से बीकानेर के लिए चलेगी। पीएम ने यहां देशनोक रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन किया। ऐसा करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विपक्ष को भी मैसेज देने की कोशिश की है कि संकट काल में भी विकास परियोजनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। और वे अपनी गति से चलती रहेंगी। इसके अलावा यह मैसेज विश्व समुदाय को भी है कि सैनिक कार्रवाई में हुए खर्चे से भारत न तो कभी परेशान हुआ है और ना आगे होगा। उसकी विकास योजनाएं जस की तस चलती रहेंगी।

बीकानेर से पीएम मोदी ने शक्ति प्रदर्शन भी किया। मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिला दिया गया है। ऐसा बोलकर पीएम ने पाकिस्तान पर करारा प्रहार किया। पीएम मोदी ने बीकानेर की जनसभा में आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ तीखे शब्दों में अपना रुख स्पष्ट किया। अपने भाषण में उन्होंने 22 अप्रैल को भारत पर हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई का ज़िक्र करते हुए कहा कि हमने 22 मिनट में 9 आतंकी ठिकाने तबाह कर दिए। उन्होंने कहा कि धर्म पूछकर मारे गए लोगों का हिसाब लिया गया है। उन्होंने बताया कि सेना को खुली छूट दे दी गई, तीनों सेनाओं ने मिलकर चक्रव्यूह रचा और पाकिस्तान को औकात याद दिला दी।

उन्होंने कहा कि दुश्मनों ने सिंदूर को बारूद बनते भी देखा है। उन्होंने कहा कि भारत अब एटम बम की धमकियों से डरने वाला नहीं है। पाकिस्तान हमेशा सीधी लड़ाई हारता रहा है और अब तो घुटनों पर आ गया है। उन्होंने कहा कि ये प्रतिशोध नहीं था, ये न्याय का नया स्वरूप है। उन्होंने खुद के बारे में बताते हुए कहा कि मेरा दिमाग हमेशा ठंडा रहता है लेकिन मेरी रगों में बहता हुआ खून गर्म है। पीएम ने मोदी ने कहा कि हथियारों का घमंड करने वाले आज मलबे में दबे पड़े हैं। पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूरी दुनिया में अब पाकिस्तान की सच्चाई सामने लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि भारत अब कायरता नहीं, कठोर निर्णयों के युग में प्रवेश कर चुका है। मोदी ने यहीं से अयोध्या के रामघाट हाल्ट रेलवे स्टेशन का भी लोकार्पण किया। ये स्टेशन 8 करोड रुपए की लागत से माडीफाएड किया गया है।

अभयानंद शुक्ल
राजनीतिक विश्लेषक