अब उद्योगों में कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा

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लखनऊ। कोरोना की वैश्विक महामारी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर मोर्चे पर डटे हैं। कोरोना की रोकथाम के लिए टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट से लेकर वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही विकास का पहिया भी चलता रहे, इसलिए उद्योग भी चल रहे, चीनी मिलें भी चल रहीं, गेहूं खरीद भी हो रही, किसानों को गन्ना भुगतान भी हो रहा और निजी क्षेत्रों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इतना ही नहीं, हाईकोर्ट के आदेश पर पंचायत चुनाव भी कराया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना की दूसरी लहर पर नियंत्रण के लिए हर रोज 18 से 20 घंटे कार्य कर रहे हैं। संक्रमित होने के बावजूद उन्होंने नियमित बैठकों के अलावा समाज के अलग-अलग तबकों के लोगों के साथ संवाद का कार्यक्रम आज भी जारी रखा है। कल वह खिलाड़ियों, परसों क्रय केंद्र प्रभारियों और किसानों से संवाद करेंगे। उनके निर्देश पर रेमेडिसिवीर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी से लेकर निजी लैब और अस्पताल में अवैध वसूली पर सख्त कार्यवाही भी हो रही है।

सीएम योगी की रणनीति के ही कारण प्रदेश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हर रोज सुधार हो रहा है, केसेज की संख्या घट रही है और रिकवरी दर बढ़ रही है। ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने से लेकर, बेडों की संख्या में इजाफा और अस्पतालों में संसाधनों में हर रोज वृद्धि हो रही है। पिछले साल कोरोना की पहली लहर की अपेक्षा इस बार दुगुनी ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है और उसके अनुसार राज्य सरकार रोजाना 631 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति अस्पतालों में कर रही है। जबकि प्रदेश सरकार ने 15 सौ मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है।

अब उद्योगों में कोविड केयर सेंटर भी बनाया जा रहा: अपर मुख्य सचिव सूचना एवं जनसंपर्क नवनीत सहगल ने बताया कि इस महामारी में हर विभाग दुगुनी ताकत के साथ काम कर रहा है। 24 घंटे चीजों पर नजर रखी जा रही है। जिस वजह से कोरोना के खिलाफ लड़ाई के साथ विकास का पहिया भी चल रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आठ लाख उद्योगों में 60 लाख से ज्यादा और छोटी-छोटी 80 लाख इकाइयों में करीब तीन करोड़ लोग काम कर रहे हैं। इन उद्योगों में 72 हजार कोविड हेल्प डेस्क बनाई गई है और अब कोविड केयर सेंटर भी बनाया जा रहा है।