महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में हालात बदतर, पॉजिटिविटी दर में नहीं हो रही कमी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ चुकी है। हर एक दिन जहां टेस्टिंग में नया रिकॉर्ड बनाया जा रहा है, वहीं पॉजिटिव आने वाले सैम्पल में कमी होती जा रही है। हर दिन ढाई लाख से तीन लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर न्यूनतम है। प्रदेश में अब तक कुल 06 करोड़ 30 लाख 55 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। जो देश के दूसरे जनपदों से कहीं अधिक है।
देश के दूसरे प्रदेशों में जहां टीकाकरण व जांच की प्रक्रिया की गति धीमी हैं वहीं रोजाना तेजी से संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, समेत अन्य राज्यों की राज्य सरकारें संक्रमण पर लगाम नहीं लगा पा रही हैं। इसके विपरीत इन राज्यों से कहीं अधिक आबादी वाले यूपी में तेजी से संक्रमण के सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है।
पिछले 24 घंटों में 02 लाख 46 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की गई। जिसमें 25 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में महज 55 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इस दौरान 107 मरीजों ने कोरोना को मात दी। जबकि पॉजिटिविटी दर 0.02 प्रतिशत व रिकवरी रेट 98.6 प्रतिशत दर्ज किया गया। बता दें कि अब तक 16 लाख 84 हजार 230 से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण को मात दे चुके हैं।
लगभग ढाई माह में तेजी से बढ़ा यूपी का रिकवरी रेट : 30 अप्रैल को 03 लाख 10 हजार 783 कोरोना मरीज के साथ प्रदेश का रिकवरी रेट 74.1 फीसद था। कोरोना काल के इस पीक अवधि से अगर ताजा स्थिति की तुलना करें तो महज ढाई माह में रिकवरी रेट 98.6 प्रतिशत हो गया है। आंकड़ों को गवाही लें तो 30 अप्रैल को हर 100 सैम्पल में से 14.1 फीसदी सैम्पल पॉजिटिव पाए गए थे, लेकिन अद्यतन स्थिति के मुताबिक पॉजिटिविटी रेट महज 0.02 फीसद रह गई है। पॉजिटिविटी रेट यानी जांच किए गए लोगों में मिले पॉजिटिव लोगों की संख्या यह दिखाने के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक है कि कोरोना लहर की दूसरी लहर अब यूपी में नियंत्रित है।
महाराष्ट्र हो या केरल कम नहीं हो रहा संक्रमण : एक ओर जहां उत्तर प्रदेश में हर दिन के साथ हालात में बेहतरी के संकेत मिल रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, केरल, और आंध्र प्रदेश जैसे अपेक्षाकृत कम आबादी वाले राज्यों में संक्रमण का कहर अब भी जारी है। पॉजिटिविटी रेट कम नहीं हो रहा। 12 करोड़ की आबादी वाले महाराष्ट्र में 94593 सक्रिय केस हैं। एक्टिव रेशियों 1.5 प्रतिशत और टीपीआर 3.9 प्रतिशत है। इसी तरह केरल की बात करें तो एक्टिव रेशियो 4 प्रतिशत टीपीआर 10.8 प्रतिशत और सक्रिय केस 15579 हैं। इसके विपरीत यूपी का एक्टिव रेशियो 0.1 प्रतिशत रिकवरी रेशियो 98.6 प्रतिशत और टीपीआर 0.02 प्रतिशत है।
टीकाकरण में यूपी अब भी अव्वल : एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट की नीति के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति से उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है। 20 जुलाई तक प्रदेश में 04 करोड़ 15 लाख 62 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। 03 करोड़ 47 लाख से अधिक प्रदेशवासियों ने वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है, जबकि 67 लाख 65 हजार प्रदेशवासियों ने वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी हैं।
संक्रमण मुक्त हुए ये जपनद : अलीगढ़, बलरामपुर, एटा, महोबा, ललितपुर, हाथरस, श्रावस्ती में अब कोविड के एक भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। प्रदेश के 40 जनपदों में एक्टिव केस की संख्या इकाई अंक में दर्ज की गई है। 20 जुलाई को किसी भी जिले में दोहरे अंक में नए केस की पुष्टि नहीं हुई जो प्रदेशवासियों के लिए राहत भरी खबर है। 45 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 30 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 1,036 है जो अन्य प्रदेशों से कहीं कम है।