तेजी से फैल रहे कोविड-19 के संक्रमण ने पूरे देश के जनमानस को हिला कर रख दिया। इस संक्रमण काल में कैसे अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाकर कोविड-19 से बचाव और सुरक्षा की जाए। इस विषय पर श्रीनाथ आयुर्वेद चिकित्सालय भगवत दास घाट कानपुर की मुख्य चिकित्सक डॉ रजनी पोरवाल ने बहुत ही सारगर्भित व जन उपयोगी जानकारी दी है।
मॉर्निंग वॉक को करें लॉक, घर पर करें योगा : इस संक्रमण काल में मॉर्निंग या इवनिंग वॉक न करे, टहलने के स्थान पर घर पर ही योगासन करें और आसनों को किसी भी व्यायाम के साथ ना करें।आसन शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाकर मन मस्तिष्क की प्रसन्नता उत्साह और धैर्य प्रदान करते हैं।
अलोम विलोम और कपालभाति प्राणायाम संक्रमण काल में शरीर की जीवनी शक्ति को बढ़ाने हेतु बहुत हितकारी हैं इन्हें पांच मिनट तक अभ्यास करना उचित है। निराशा और भय के वातावरण में हार्टफूलनेस मेडिटेशन हमारी अंतः मनोदशा को बेहतर करता है। साथ ही साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी बेजोड़ है।
नाश्ता पानी पर दें ध्यान : नाश्ते में अंकुरित अनाज, सूखे मेवे और दूध का सेवन करें। इसके अतिरिक्त ताजे फल व फलों का ताज़ा जूस भी बहुत अच्छा है। जंक फूड, फास्ट फूड, डिब्बाबंद आहार और चिकनाई मसाले युक्त भोजन से बचाव रखें। शरीर के वजन का दसवां हिस्सा पानी पीने का प्रयास करें। 50 किलोग्राम वजन वाले लोगों को 3 से 5 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। पानी शुद्ध साफ और ताजा होना चाहिए।
मास्क और दो गज दूरी के साथ यह भी है जरूरी : नीम या नारियल के सौ ग्राम तेल में कपूर सतअजवाइन और पिपरमेंट प्रत्येक 3 ग्राम मिला ले। घर से निकलने के पूर्व इस तेल को शरीर के खुले अंगों विशेषकर बालों, माथे, चेहरे व हाथों में अच्छी तरह लगाएं। किसी भी प्रकार का वायरस, बैक्टीरिया फंगस और अमीबा आदि जब शरीर के खुले अंग की त्वचा के संपर्क में आता है तो यह चमत्कारी तेल उसे चिपका लेता है और क्षण भर में खात्मा कर देता है।
कमजोरी से हाफने और दमा सांस वाले यह करें : पीपल के फल का चूर्ण एक चम्मच प्रातः एवं शाम गर्म पानी चाय या कॉफी से लेने से फेफड़े शक्तिशाली होते हैं। खांसी, दमा, सांस फूलना आदि नियंत्रित हो जाते हैं। काली मिर्च लॉग असली दालचीनी एक एक भाग और मुलेठी सत चार भाग मिलाकर चूर्ण बना लें। गले में खराश खांसी नजला जुकाम सांस लेने में दिक्कत आवाज का भारीपन और कर्कश होने पर एक पान के पत्ते में दो चुटकी यह पाउडर रखकर धीरे-धीरे इसका रसपान करे। पहले दिन ही चमत्कार जैसा लाभ होगा। फेफड़ों के ऑक्सीजन की ग्रहण करने की क्षमता तेजी से बढ़ जाती है।
ढलती उम्र में इम्यूनिटी को बढ़ाकर बने सदाबहार जवान : ढलती उम्र में इम्यूनिटी को बढ़ाकर सदाबहार जवान दिखने के लिए सफेद प्याज का रस दो चम्मच, शहद एक चम्मच और चार से पांच बूंद देसी घी मिलाकर सुबह एवं शाम को सेवन करें। यह बुढ़ापे में भी जवान बनाने वाला कारगर उपाय है। 3 या4 लहसुन की कलियों को बारीक काट लें और आधा चम्मच हल्दी और 4 से 6 खजूर या छुआरा दूध में डालकर अत्यंत धीमी आंच पर खूब उबालें। फिर गरम गरम दूध घुट घुट करके पिए और छुआरे चबा चबाकर खाए। इसमें चीनी ना मिलाए गुड़ मिला सकते है।
बरगद के पेड़ की जटाएं और बरगद की भूरे रंग की कोमल पत्तियां, खरबूजे के बीज और आमलकी रसायन यानी आंवले का चूर्ण इन चारों को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें। सुबह-शाम एक-एक चम्मच यह चूर्ण खाकर दूध पीने से संपूर्ण शरीर वज्र के समान मजबूत बन जाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता उच्चतम बिंदु तक बढ़ जाती है।