50 वर्ष की उम्र होने पर बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल अधिकांश परिवारों की समस्या बन गया है। कोलेस्ट्रॉल को काबू में रखने के लिए डॉ रविंद्र पोरवाल आयुर्वेदाचार्य श्रीनाथ आयुर्वेद संस्थान भगवत दास घाट रोड सिविल लाइंस कानपुर ने जीवन शैली की पांच महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा किए की है। जिस पर अमल करके हम बेकाबू हो जा रहे बड़े हुए कोलेस्ट्रोल को नियंत्रण करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं।
जबान पर लगाम लगाएं : स्वाद लोलुपता में पहला मसालेदार भोजन जंक फूड फास्ट फूड और बिना फाइबर का भोजन युवाओं की पहली पसंद बन गया है। किंतु ढलती उम्र में यही स्वादिष्ट आहार कोलेस्ट्रॉल को बढाकर हृदय रोगों का शिकार बना देता है। इसलिए भोजन में पाली अनसैचुरेटेड फैट्स वाला खाद्य तेल लेना हितकारी है। पीली सरसों या काली लाही का तेल, केमिकलो रिफाइंड खाद्य ऑयल की तुलना में सेहत के लिए ज्यादा हितकारी होता है।
मोटापा घटाएं हरी सब्जियां बढ़ाएं : मोटापा हमारी अच्छी सेहत का दुश्मन है। इसलिए अपने आहार पर नियंत्रण करते हैं। भोजन में हरी सब्जियों विशेषकर पत्तेदार हरी सब्जियों का भरपूर मात्रा में सेवन करें। ताकि शरीर की जरूरत के अनुसार मिनरल्स विटामिंस और फाइटोन्यूट्रिएंट्स की भरपूर मात्रा हमारे भोजन से प्राप्त होती रहे। यह ध्यान रखें कि कम से कम 40 ग्राम डाइटरी फाइबर भोजन में आवश्यक रूप से हो। ताजी फल, ताजे फलों का जुस और ताजा हरी पत्तियों दार सब्जियों जैसे पालक सोया मेथी अथवा टमाटर का सूप हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए तो आवश्यक है ही लेकिन यह टोटल कोलेस्ट्रोल, ट्राइग्लिसराइड और एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रोल को बढ़ने से रोकने का भी एक सशक्त उपाय है।
पसीना जरूर बहाए : विलासिता पूर्ण जीवन और आलसी दिनचर्या हमारे शरीर के आंतरिक अंगों को असक्त और कमजोर बनाती है। यह लीवर पेनक्रियाज और स्प्लीन के ऊपर बुरा असर डाल कर टोटल कोलेस्ट्रॉल के सामान्य स्तर को बढ़ा देती है। साथ ही खराब कोलेस्ट्रॉल यानी एल डी एल कोलेस्ट्रॉल जो सामान्य रूप से 100 मिलीग्राम प्रति डिसिलीटर से कम होना चाहिए, वह भी बढ़ जाता है। जिससे हृदय रोगों का खतरा उत्पन्न हो जाता है। यदि हम सामान्य रूप से घर का कामकाज करें। अपने निजी कार्य स्वयं करें और प्रतिदिन प्रात काल आधा घंटा योगासन और आधा घंटा प्राणायाम नियमित रूप से करें तो बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में सहजता से रखा जा सकता है।
भरपूर पानी पियो : शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए और शरीर के आंतरिक अंगों को सशक्त और सफल बनाए रखने के लिए शरीर के वजन का दसवां हिस्सा के बराबर पानी का सेवन जरूर करना चाहिए। लेकिन यह ध्यान रखें कि भोजन करने के तुरंत बाद पानी ना पिए। भरपूर मात्रा में पानी के साथ साथ लिक्विड डाइट का भी खूब सेवन करना चाहिए। फलों का जूस दूध मट्ठा दही आदि प्राकृतिक खाद्य पदार्थ बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार हैं। हमे जरूर ध्यान रखना चाहिए कि पानी और अन्य लिक्विड आहार कम से कम 3 लीटर से 5 लीटर तक जरूर सेवन करें।
नशा भी घातक है : किसी भी प्रकार का धूम्रपान शराब बीड़ी तंबाकू पान मसाला इत्यादि का सेवन कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाकर दौरा का खतरा बढ़ा देता है। अत्यधिक मात्रा में चाय कॉफी कोल्ड ड्रिंक का सेवन भी नुकसानदायक है। तंबाकू मंजनों से दूरी बनाए रखें। डिब्बाबंद आहार में भारी मात्रा में रासायनिक तत्व, प्रिजर्वेटिव्स और कलर्स होते हैं। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों का यदा-कदा ही सेवन करें।