प्रस्तावित फ़िल्म सिटी में 40 एकड़ भूमि पर बनेगा फ़िल्म इंस्टिट्यूट
योगी की फ़िल्म सिटी होगी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का नया ठिकाना
प्री व पोस्ट प्रोडक्शन, शूटिंग, वीएफएक्स, एनिमेशन, गेमिंग, म्यूजिक निर्माण के होंगे पुख्ता इंतज़ाम
थीम बेस्ड मनोरंजन पार्क होगी फ़िल्म सिटी का खास आकर्षण
पीपीपी मॉडल पर स्थापित विश्वस्तरीय स्टूडियो बनेंगे निर्माताओं की पहली पसंद
फ़िल्म, टीवी, ओटीटी जगत की सभी जरूरतों का होगा इंतजाम
लखनऊ। फ़िल्म निर्माण और अभिनय में कॅरियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए यह खबर खास है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत जल्द प्रदेश में एक फ़िल्म इंस्टिट्यूट की स्थापना करने जा रहे हैं। यह इंस्टिट्यूट मुख्यमंत्री के बहुप्रशंसित प्रोजेक्ट ‘फ़िल्म सिटी’ के भीतर ही 40 एकड़ क्षेत्र में स्थापित होगी। यहां निर्देशन, प्रोडक्शन, कोरियोग्राफी, एडिटिंग, स्क्रीनप्ले लेखन और साउंड रिकॉर्डिंग जैसे फ़िल्म और टीवी निर्माण से जुड़ी विविध विधाओं का प्रशिक्षण तो लिया ही जा सकेगा, अभिनय कला की बारीकियां भी सीखी जा सकेंगी। फ़िल्म सिटी को एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का नया ठिकाना बनाने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री ने फ़िल्म इंस्टिट्यूट की स्थापना को युवाओं का सपना साकार होने जैसा बताया है।
मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को गौतमबुद्ध नगर में प्रस्तावित ‘फ़िल्म सिटी’ के विकास के संबंध में कार्ययोजना का अवलोकन किया। फ़िल्म सिटी विकास के लिए चयनित विश्वस्तरीय कंसल्टेंट ‘सीबीआरई’ और यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के अधिकारियों ने विश्व के विभिन्न देशों में विकसित इंफोटेनमेंट सिटी के गहन अध्ययन की रिपोर्ट प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में फ़िल्म सिटी के विकास के लिए सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध हैं। यीडा क्षेत्र में 1000 एकड़ में विकसित होने जा रही इस फ़िल्म सिटी में फ़िल्म, टीवी, ओटीटी निर्माण से जुड़े सभी आयामों का पूरा समावेश होना चाहिए। यही नहीं, वीएफएक्स, एनिमेशन और गेमिंग इंडस्ट्री के सुनहरे भविष्य को देखते हुए यहां इसके विकास की व्यवस्था भी की जाए। थीम आधारित मनोरंजन पार्कों की स्थापना फ़िल्म सिटी को पर्यटन स्थल के रूप में भी लोकप्रियता दिलाएगी।
सभी संबंधित पक्षों से करें परामर्श:
मुख्यमंत्री ने कहा फ़िल्म सिटी के स्वरूप के संबंध में भारत के साथ-साथ विश्व के प्रतिष्ठित फ़िल्म निर्माताओं, निर्देशकों, स्टूडियो, तकनीशियनों से भी परामर्श लिया जाए, ताकि उत्तर प्रदेश की फ़िल्म सिटी के रूप में दुनिया की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को नया ठिकाना मिल सके। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास हों जिससे वर्ष 2022 तक यहां शूटिंग की प्रक्रिया शुरू हो सके। मुख्यमंत्री ने फ़िल्म सिटी की विविध परियोजनाओं को पीपीपी मोड पर संचालित करने के निर्देश दिए। प्रस्तुतिकरण के दौरान अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल और सूचना निदेशक शिशिर सहित यीडा और सीबीआरई के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।