• 60 साल से ऊपर के लोगों में बढ़ा कोरोना का संक्रमण
• 10 प्रतिशत तक पहुंचा यह आंकड़ा
लखनऊ। प्रदेश के बुजुर्गों को कोविड-19 से और सावधानी बरतने की जरूरत है। इस वायरस के लपेटे में लगातार आ रहे बुजुर्गों की संख्या तो यही संदेश दे रही है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना जब प्रदेश में आया था उस वक्त बुजुर्ग बहुत सावधान थे, लिहाजा उनकी संख्या काफी कम थी। 26 मई को सिर्फ 6.29 प्रतिशत बुजुर्ग ही कोरोना से संक्रमित थे। 29 जून को बढ़कर यह प्रतिशत 7.15 प्रतिशत हो गया।
धीरे-धीरे लापरवाही बढ़ी तो कोरोना ने बुजुर्गों पर शिकंजा कसना शुरू किया। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक 16 सितंबर को कोरोना संक्रमित बुजुर्गों का प्रतिशत 8.9 था जो मंगलवार को बढ़कर 9.97 प्रतिशत हो गया है। यह गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस वक्त जब दिल्ली समेत कई प्रदेशों में कोरोना वेव दोबारा आई है। बुजुर्गों, बच्चों व गर्भवती महिलाओं को इस वायरस से बचने की जरूरत है। खास एहितयात बरतने की जरूरत है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जब तक आवश्यक न हो, घर से बाहर न निकलें। डाक्टर की जरूरत पड़े तो ई- संजीवनी पोर्टल का इस्तेमाल करें। इस पोर्टल के माध्यम से डाक्टर आपको आनलाइन सलाह-मश्विरा दे रहे हैं। जब तक शारीरिक परीक्षण की जरूरत न पड़े, डाक्टर के पास कतई न जाएं।
सावधानियां
• घर से बिल्कुल न निकलें, निकलें तो मास्क जरूर पहनें
• हाथ न मिलाएं, अभिवादन करें
• जब भी घर लौटें, हाथ जरूर धोएं 30 से 40 सेकेंड तक
• सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का जरूर पालन करें