भंडारदरा हिल स्टेशन : प्रकृति का रोमांच

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महाराष्ट्र के भंडारदरा हिल स्टेशन को प्रकृति का सुखद स्पर्श कहें तो कोई अतिश्योक्ति न होगी। सौन्दर्य शास्त्र की सुन्दर संरचना इस हिल स्टेशन में पर्यटकों को सुखद एहसास कराती हैं। सहयाद्री पर्वत श्रंखला की आगोश में रचा-बसा भंडारदरा हिल स्टेशन देश के चुनिंदा हिल स्टेशन में से एक है। यह हिल स्टेशन चौतरफा नदियों, झीलों, झरनों एवं जलाशय की जलक्रीड़ा का सुन्दर रोमांच कराता है। मखमली कालीन सा बिछौना पर्वत श्रंखला को आैर भी अधिक सुन्दर बना देता है। सुन्दर परिवेश, सुरम्य पर्वत श्रंखला एवं वाटर फॉल्स की सुन्दरता पर्यटकों को बरबस आकर्षित करती है।

महाराष्ट्र की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट कलसुबाई इसी भंडारदरा हिल स्टेशन का हिस्सा है। समुद्र तल से करीब 1646 मीटर शीर्ष पर स्थित यह पर्वत चोटी पर्यटकों को रोमांचित करती है। भंडारदरा हिल स्टेशन को भंवरारा भी कहते हैं। यह इलाका ट्रेकिंग के लिए भी खास तौर से जाना-पहचाना जाता है। भंडारदरा हिल स्टेशन एवं उसके आसपास के मुख्य आकर्षण को देखें तो एक लम्बी श्रंखला पायेंगे। इस इलाके के खास आकर्षण में विल्सन बांध, आर्थर झील, माउंट कलसुबाई, रतनगढ़ किला, रंध वॉटर फॉल्स, घाघघर एवं एंगलिंग आदि हैं।

विल्सन बांध : विल्सन बांध प्रवरा नदी पर स्थित है। यह देश के पुराने बांधों में से एक है। वर्ष 1910 में बना यह बांध प्राचीनकालीन होने के साथ साथ सुन्दरता को भी दर्शाता है। विल्सन बांध समुद्र तल से करीब 150 मीटर की ऊंचाई पर है। बांध में 60 से 80 फुट ऊंचाई पर गिरने वाले पानी का स्वर कई बार सुरीला एवं बेहद कर्णप्रिय लगता है। चट्टानों पर बिखरता पानी रोमांचकारी प्रतीत होता है। बांध के नीचे एक भव्य-दिव्य उद्यान है। पर्यटकों को एक सुखद आनन्द की अनुभूति इस उद्यान में होती है। विल्सन बांध बैकवॉटर का भी एहसास कराता है।

आर्थर झील: आर्थर झील सहयाद्री पर्वत श्रंखला से चौतरफा घिरी होने के कारण सुरम्यता का एहसास कराती है। झील चौतरफा वन क्षेत्र से आच्छादित होने के कारण एक ताजगी का स्पर्श कराती है। शीर्ष पर पर्वत श्रंखला एक विशेष आकर्षण पैदा करती है।

रंध वॉटर फॉल्स : रंध वॉटर फॉल्स पर्यटकों को ताजगी से भर देता है। प्रवरा नदी 170 फुट ऊंचाई से नीचे की ओर प्रवाहित होती है। इसी की जलधारा रंध वॉटर फॉल्स को अस्तित्व प्रदान करती है। मानसून का मौसम इस फॉल्स की सुन्दरता को आैर भी बढ़ा देता है। मोती सा चमकता फॉल्स का जल इठलाता-इतराता हुआ आगे बढ़ता है।

घाघघर: घाघघर भंडारदरा हिल स्टेशन से करीब 22 किलोमीटर दूर है। यहां से सहयाद्री पर्वत श्रंखला का सुन्दर दृश्य देखा जा सकता है। सूर्योदय एवं सूर्यास्त का सुन्दर एवं लालित्यमय दृश्य यहां से देखा जा सकता है।

माउंट कलसुबाई : माउंट कलसुबाई सहयाद्री पर्वत श्रंखला का सर्वोच्च शिखर है। पर्वत के इस शिखर पर खड़े होकर नीचे देखने पर झीलों एवं सुन्दर झरनों की शानदार श्रंखला दिखायी देती है। कलसुबाई की ऊंचाई ट्रैकिंग के लिए खास तौर से लोकप्रिय है। इसी के निकट भवंरारा पहाड़ी भी है।

रत्नागढ़ किला : रत्नागढ़ किला अब एक सुन्दर एवं शानदार रिसार्ट की शक्ल में है। इसका रखरखाव एवं संचालन महाराष्ट्र सरकार का पर्यटन विभाग करता है। किला के आसपास बेहद सुन्दर परिवेश है। यहां से चौतरफा सुन्दरता दिखती है। मानसून में यहां के दृश्य बेहद सुहावने हो जाते हैं।

एंगलिंग : एंगलिंग भी भंडारदरा हिल स्टेशन एरिया का एक शानदार क्षेत्र है। झीलों एवं झरनों का मिला-जुला इलाका तैराकी से लेकर मछलियों के शिकार के लिए खास तौर से जाना जाता है। पर्यटक यहां नौकायन का लुफ्त उठा सकते हैं।

भंडारदरा हिल स्टेशन की यात्रा के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट क्षत्रपति शिवाजी टर्मिनल मुम्बई है। निकटतम रेलवे स्टेशन इगतपुरी है। इगतपुरी से भंडारदरा हिल स्टेशन की दूरी करीब 35 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से मुम्बई एवं पुणे की दूरी समान है। मुम्बई से भंडारदरा हिल स्टेशन की दूूरी करीब 185 किलोमीटर है। नासिक से करीब 70 किलोमीटर की दूरी है।