आत्महत्या को दावत दे सकता है मानसिक दबाव…
खुशदिल रहने वालों से कैंसर रहता दूर…
खुशदिल….बोले तो कैंसर का नामोनिशान खत्म..
कानपुर l तनाव कैंसर को दावत दे सकता है मतलब जो लोग तनाव, अवसाद, मानसिक दबाव व छोटी-छोटी बातों में बीपी बढ़ा लेते हैंl उन्हें कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी चपेट में ले लेती है, अति गंभीरता में वे आत्महत्या करने को प्रेरित हो सकते हैं.. कर भी लेते हैंl उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में राष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी नीतू शर्मा के सहयोग से नशा हटाओ कैंसर मिटाओ बेटी बचाओ कोरोना मिटाओ के तहत यशोदा नगर ऑफिस में कोरोना गाइडलाइंस के तहत अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के परिप्रेक्ष्य में आयोजित ई-संगोष्ठी शीर्षक क्या तनाव/ मानसिक दबाव कैंसर या आत्महत्या को दावत दे सकता है पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कहीl
ज्योति बाबा ने बताया कि शराब, सिगरेट और जंक फूड भी कैंसर का बहुत बड़ा कारण बन चुका हैl कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने बताया कि एंटीबायोटिक विटामिन सी और बीटा कैरोटीन फायदेमंद होने के बावजूद अधिक सेवन से कैंसर हो सकता हैl दरअसल यह तत्व प्रोटीन और डीएनए पर हमला कर कैंसर की आशंका को बढ़ा देते हैंl
ज्योति बाबा ने जोर देकर कहा कि जब हम पॉजिटिव रहते हुए खुश दिल रहते हैं तो हम अपने पर जरूरत से ज्यादा भरोसा करते हैंl जिससे हमारी इम्यूनिटी पावर बढ़ जाती है, और नेगेटिव होने पर खुद पर भरोसा नहीं कर पाते हैं,और एक्सट्रीम होने पर आत्महत्या तक कर लेते हैंl नीतू शर्मा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट के गौरवपूर्ण खिलाड़ी ने अपनी स्ट्रांग विल पावर के कारण न सिर्फ कैंसर पर विजय पाई बल्कि ठीक होने के बाद पुनः क्रिकेट में अपना जलवा बिखेराl
मानवाधिकारवादी गीता पाल ने कहा कि भारत की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर व बच्चेदानी का कैंसर अभी ज्यादा है लेकिन शीघ्र ही पान मसाला, तंबाकू की महिलाओं में बढ़ चुकी लत के चलते मुख कैंसर के रोगी भी बहुतायत में मिलेगी, इसीलिए पॉजिटिव परिणाम प्राप्त करने हेतु कैंसर अवेयरनेस प्रोग्राम वर्ष पर्यंत जारी रखना होगाl