ऑकलैण्ड का खास यलो ट्री हाउस रेस्टोरेन्ट… ‘कंक्रीट के जंगल” शायद अब रास नहीं आते। जी हां, देश-दुनिया में कंक्रीट के जंगल लगातार तेजी से बढ़ हैं। कुछ यूं कहें कि गंगनचुम्बी इमारतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। ऐसे में अब ‘इको फ्रैण्डली” हब अब बाशिंदों की पसंद बनने लगे। ‘इको फ्रैण्डली” अर्थात सब-कुछ प्रकृति की गोद से उभरा। ऑकलैण्ड न्यूजीलैण्ड के इंजीनियर्स ने एक रैस्टोरेन्ट को कुछ इस तरह रचा कि दुनिया दीवानी हो गयी।
न्यूजीलैण्ड के ऑकलैण्ड में वास्तुकार, इंजीनियर्स व प्रबंधन के गठजोड़ ने खास किस्म का रेस्टोरेन्ट बना डाला। इस खूबसूरत रेस्टोरेन्ट को नाम दिया गया ‘यलो ट्री हाउस रेस्टोरेन्ट”। ऑकलैण्ड के आर्कीटेक्ट पीटर इअसिंग व लुसी गौंटलेट ने इसे डिजाइन किया। परियोजना प्रबंधक बिल्डिंग इंटेलिजेंस ग्रुप के गैरेथ स्क्रीवोअ, ब्लेयर वोल्फग्राम, जो होल्डन आदि रहे। इस रेस्टोरेन्ट में रोशनी की व्यवस्थाओं से लेकर फर्नीचर तक की सभी की अपनी अलग-अलग जिम्मेदारियां रहीं। ऑकलैण्ड के इस खूबसूरत रेस्ट्रां में लंच व डिनर के लिए दूर-दराज से बाशिंदे व पर्यटक आते हैं।
नाइट डिनर हो या कैंडल डिनर। यह स्थान कभी खाली नहीं रहता। खास यह है कि इस बेहतरीन ‘रेस्ट्रां” में एक साथ अधिकतम डेढ़ दर्जन अर्थात 18 मेहमान ही भोजन का लुफ्त उठा सकते हैं। यह ‘यलो ट्री हाउस रेस्टोरेन्ट” एक विशाल पेड की शाखाओं में रचा-बसा है। इसकी ऊंचाई करीब चालीस फीट है। आसपास घास का खुला मैदान। रेस्टोरेन्ट में रसोई से लेकर शौचालय आदि सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित हैं। करीब दस मीटर चौड़ाई वाला यह खास रेस्टोरेन्ट खासी ख्र्याति अर्जित कर रहा है। कैफे शैली का यह रेस्टोरेन्ट मेहमानों की आवाजाही से हमेशा गुलजार रहता है। मौसम का इस रेस्टोरेन्ट पर कोई खास फर्क नहीं पड़ता। डिजाइन एवं निर्माण के लिए इसे न्यूजीलैण्ड की शासकीय मान्यता हासिल है।