लखनऊ/वाराणसी। दिवाली से पहले उत्तर प्रदेश को विकास योजनाओं की सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी की जनता की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। सोमवार को वाराणसी में योजनाओं के लोकार्पण और शुभारंभ के मौके पर प्रधानमंत्री के साथ मौजूद मुख्यमंत्री ने कहा कि 64,180 करोड़ रुपये की लागत वाली प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का शुभारंभ प्रदेश के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएमएएसबीवाई में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और सुधारने की क्षमता है। मैं पीएम मोदी का आभार व्यक्त करता हूं कि कोरोना महामारी के समय में उनके मार्गदर्शन में 64,180 करोड़ रुपये की पीएमएएसबीवाई शुरू हो रही है। जिसका उद्देश्य शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है।
पीएम द्वारा शुरू की गई विकास योजनाओं की प्रशंसा करते हुए, योगी ने कहा कि आज काशी में 5189 करोड़ की योजनाओ का लोकार्पण भी प्रधानमंत्री के द्वारा किया जा रहा है। मैं इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से और आप सभी काशी वासियों की ओर से प्रधानमंत्री का हृदय से स्वागत करता हूं। आज प्रधानमंत्री के कर कमलों से न केवल उत्तर प्रदेश को बल्कि देश को भी स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिली है। प्रदेश के 9 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन कुछ देर पहले ही प्रधानमंत्री ने महात्मा बुद्ध की पावन धरती सिद्धार्थ नगर से किया है।
सीएम ने कहा कि देश ने विगत 7 वर्षों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में एक बदलते हुए भारत को देखा है। एक भारत और श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार होते हुए पूरी दुनिया देख रही है।
इस सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान हर एक व्यक्ति के जीवन को बचाना, जीविका को बचाना और गरीबों, मजदूरों तक मुफ्त राशन वितरण। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में जितना कार्य हुआ पूरी दुनिया ने उसे देखा। 100 करोड़ लोगों को मुफ़्त वैक्सीन सुरक्षा कवच उपलब्ध करवाने के उपरांत काशी पहुंचे प्रधानमंत्री का मैं अभिनंदन करता हूं।
मैं आभारी हूं कि आदरणीय प्रधानमंत्री ने 64180 करोड़ रुपए की बड़ी परियोजना की शुरुआत काशी की धरती से की है।
सीएम ने कहा कि जब कोरोना का पहला मामला उत्तर प्रदेश में आया था तब प्रदेश में 36 जनपद ऐसे थे, जहां पर एक भी आईसीयू बेड नहीं थे। कोविड जाँच की कोई सुविधा नहीं थी। उस समय प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और नेतृत्व में पीएम केयर से जो सहायता उत्तर प्रदेश सरकार को प्राप्त हुई, उससे प्रदेश ने न केवल सभी 75 जनपदों में आईसीयू बेड की की स्थापना की बल्कि कोविड जांच लैबों की स्थापना भी की।
प्रदेश में वर्तमान में प्रतिदिन चार लाख कोविड जाँच करने की क्षमता है। कोविड की सेकंड वेव के दौरान हम सब ने देखा कि केवल भारत के अंदर नहीं बल्कि दुनिया के अंदर भी यह सब देखने को मिला कि जहां भी सेकेंड वेव आई ऑक्सीजन की क्राइसिस वहां पर देखने को मिली थी। लेकिन दुनिया के अंदर संभवत भारत पहला देश होगा। जिसने आने वाले खतरों और विशेषज्ञों की आशंका को देखते हुए समय से पहले सारी तैयारी कर ली। ऑक्सीजन आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया। आज उत्तर प्रदेश में 500 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो चुके हैं। काशी को बदलते हुए पूरा देश और दुनिया देख रही है। काशी के प्रति आत्मीयता। काशी के विकास और काशी की धरोहर के संरक्षण के प्रति आदरणीय प्रधानमंत्री जी का जो मंतव्य रहा है उस से हर व्यक्ति परिचित है। आज लगभग 5100 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं के लोकार्पण प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से यहां पर हो रहे हैं।