गायत्री परिवार : सम्मान राशि गरीब, असहाय लोगों को समर्पित

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गायत्री परिवार को किया सम्मानित

हरिद्वार। मप्र सरकार द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों के अनुरूप सेवा, धर्म, संस्कृति एवं कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं को वार्षिक राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान से नवाजा जाता है। सन् 2019 के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख के मार्गदर्शन, नेतृत्व में हुए कार्यों की सराहना करते हुए डॉ. प्रणव पण्ड्या को इस सम्मान के लिए घोषित किया। गांधी जयंती के मौके पर भोपाल में आयोजित इस अलंकरण समारोह में डॉ.प्रणव पण्ड्या अपरिहार्य कारणों नहीं पहुंचे पाये। गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. पण्ड्या जी के प्रतिनिधि के रूप में पहुँचे डॉ चिन्मय पण्ड्या को सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शॉल, श्रीफल एवं रुपये दस लाख का चेक भेंट किया। मप्र सरकार द्वारा दिये जाने वाले राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान किसी भी संस्था को सामाजिक कार्य क्षेत्र में प्रदान किये जाने वाला राज्य का महत्वपूर्ण सम्मान है।

गांधी जयंती के मौके पर देर सायं आयोजित सम्मान समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं गायत्री परिवार के कार्यक्रमों से बहुत ही नजदीक से परिचित हूँ। गायत्री परिवार बिना किसी भेदभाव के निःस्वार्थ भाव से सेवा सहयोग करता है। मैं गायत्री परिवार शांतिकुंज को सम्मानित करते हुए स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि गायत्री परिवार के संस्थापक पूज्य गुरुदेव का सूत्र हम सुधरेंगे, युग सुधरेगा को सभी को पालन करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार जिस तरह नारी जागरण, युवा जागरण, सेवा, कला और संस्कृति के क्षेत्र में काम रहा है, इसमें हम सभी को सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ पण्ड्या से मिले स्नेह एवं मार्गदर्शन को याद किया।

इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित शांतिकुंज के युवा प्रतिनिधि देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि यह सम्पूर्ण गायत्री परिवार का सम्मान है। मैं केवल एक प्रतिनिधि हूँ। पूज्य गुरुदेव पं श्रीराम शर्मा आचार्य के विचारों के अनुरूप ही अखिल विश्व गायत्री परिवार बना है, चल रहा है और आगे भी चलता रहेगा। पूज्य गुरुदेव ने सम्पूर्ण समाज के लिए संदेश दिया है कि सभी चरित्रवान बनें, सभी जरुरतमंदों की सेवा करें। महात्मा गांधी जी भी सेवा को सबसे उंचे स्थान पर रखते थे।

अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक आध्यात्मिक मंच के निदेशक एवं इंडियन काउंसिल ऑफ कल्चरल रिलेशन के परिषद् सदस्य डॉ चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि सम्मान राशि का एक-एक पैसा जरुरतमंदों, गरीबों, असहायों परिवारों के लिए खर्च होगा। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि गायत्री परिवार अपनी टीम के साथ नयी पीढ़ी के स्वावलम्बन, जीवन-निर्माण के लिए राष्ट्र के साथ मिलकर शैक्षिक, सामाजिक और रचनात्मक कार्यों के लिए गहरे समर्पण का परिचय देते हुए महत्वपूर्ण कार्य कर रहीं हैं।

यहाँ बताते चलें कि मध्यप्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग प्रत्येक वर्ष देश के निःस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले संस्थानों को सम्मानित करता है। गांधी जयंती के मौके पर आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित इस अलंकरण समारोह में अखिल विश्व गायत्री परिवार के रचनात्मक एवं सुधारात्मक कार्यक्रमों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। इस मौके पर मप्र गायत्री परिवार के अनेक सदस्य तथा मप्र सरकार के वरिष्ठ प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।