गिलोय का वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा काडियोफेलिया है। जिसे आयुर्वेदिक नाम ‘गिलोय ‘से जाना जाता है। संस्कृत में इसे अमृता कहा जाता है, क्योंकि यह कभी मरता नहीं है। गिलोय यह एक बड़ी लता समान झाड़ी है। यह पेड़ पर चढ़ने वाली कुंडलित रूप में लता होती है। नीम के वृक्ष पर चढ़ने वाली गिलोय अच्छी मानी जाती है। इसके फूल गर्मी के मौसम में छोटे छोटे आकार के होते हैं। फूलों का रंग पीला गुचछे में होते है। इसके फल मटर के दाने के समान छोटे-छोटे गुच्छे में निकलते हैं। फलों का रंग पीला होता है, फल पकने पर लाल रंग के होते हैं।
आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसे बुखार की सबसे महान औषधि मानी जाती है। जिस पेड़ के साथ यह बस जाती है, उसके गुण अपने में संभावित कर लेती है। घर में गिलोय लगाए और बीमारियों को दूर भगाएं। कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए औषधीय पौधों बहुत सहायक हुआ। लोग पाउडर, जूस और काढ़े के रूप में इसका सेवन कर रहे हैं। इसके पत्ते और तना दोनों का इस्तेमाल किया जाता है। गिलोय में फाइबर प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट और कम वसा मिलता है। इसके अलावा पोटेशियम, आयरन, कैल्शियम भी होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं।
औषधीय गुण : 10ml गिलोय का रस में सेंधा नमक, शहद 1 ग्राम मिलाकर पीस कर काजल के समान आंखों में लगाया जाए तो नेत्रों में चुभन अंधेरा छा जाने वाला काला सफेद मोतियाबिंद में लाभ होता है। हरड़, धनिया, गिलोय और 1 लीटर पानी में पकाकर गुड डालकर सुबह शाम बने काढ़ा पीने से बवासीर उल्टी कब्ज के रोग दूर होते हैं। गिलोय पीलिया रोग, मधुमेह, रोग टी बी रोगों में लाभकारी होता है। यह उल्टी खांसी रोग में बहुत ही लाभ देता है। गिलोय लेने से गठिया रोग, फाइलेरिया रोग से भी लाभ होता है। एसिडिटी के कारण जब हमें उल्टी होने लगती है, तो गिलोय को मिश्री के साथ लेने से बहुत फायदा होता है। इसका उपयोग हिचकी रोग में भी किया जाता है। दूध के साथ इसका चूर्ण मिलाकर खाने से हिचकी का रोग दूर होता है।
गिलोय भूख भी बढ़ाती है। इसकी तासीर गर्म होती है। बरसात के मौसम में होने वाली वायरल और मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियां जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया में गिलोय का सेवन करने से फायदा होता है। इससे हमारे शरीर की प्लेटलेटस् की संख्या बढ़ती है। पेट के कीड़े होना अर्थात खाना ना पचना शरीर को ठीक से पाचन क्रिया को करने के लिए गिलोय का फल का इस्तेमाल करने से हमारी सेहत में सुधार होता है। गिलोय एक रसायन के रूप में काम करती है। यह शरीर में जाकर खून को साफ़ करती है। किसी न किसी रूप में गिलोय हमें बहुत फ़ायदा देती है। एक छोटी सी बेल हमारे शरीर के लिए कितना लाभदायक है, ये प्रक्रति का एक अनूठा उपहार है।
सीमा मोहन