यूपी में रणनीति से जनपद हो रहे कोरोना मुक्‍त

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सौ प्रतिशत टीकाकरण कर दूसरे जनपदों को किया प्रेरित

यूपी के झांसी के दो गांव टीकाकरण में अव्‍वल

झांसी के नोटा के बाद खरैला में हुआ 100 फीसदी टीकाकरण

निगरानी समितियों संग ग्रामीण लोगों की अहम भूमिका

लखनऊ। झांसी के मोठ तहसील के खैरेला गांव में शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है। यहां पर 18 साल से ऊपर के सभी 310 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। नोटा के बाद सौ प्रतिशत टीकाकरण के मामले में ये झांसी का दूसरा गांव है। उत्‍तर प्रदेश एक सधी नीति के अनुसार जनपदों में विशेष टीकाकरण अभियान को प्रोत्‍साहन दे रही है। योगी सरकार ट्रिपल टी व टीकाकरण की रणनीति पर काम करते हुए संभावित तीसरी लहर से प्रदेशवासियों को बचाने के लिए विशेष सर्तकता बरत रही है। जि‍सके कारण आज कोरोना की दूसरी लहर अब प्रदेश में नियंत्रित है। प्रदेश के छह जनपदों में अब कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। प्रदेश के 41 जनपदों में संक्रमण का एक भी केस सामने आया वहीं 34 जनपदों में इकाई की संख्‍या में केस दर्ज किए गए। ऐसे में सीएम योगी आदित्‍यनाथ के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जनपदों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम की जा रही है। ज‍िसके सकारात्‍मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

विकासखंड मोठ के ग्राम पंचायत खरैला में इस समय 86 परिवार रहते हैं। गांव की जनसंख्या 568 हैं, जिसमें 18 से ऊपर के युवाओं की जनसंख्या 310 है। खरैला में कोविड-19 टीकाकरण के जरिए 310 ग्रामवासियों को कोरोना के बचाव के लिए प्रथम वैक्सीन लगाई जा चुकी है। बताया गया कि 18 से 44 वर्ष के 205 और 45 से अधिक आयु के 105 लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य किया जा चुका है। इसमें 147 महिलाएं और 163 पुरुष थे। ऐसे में ये गांव भी 100 प्रतिशत कोरोना टीकाकरण कराने के मामले में झांसी में अग्रणी पंचायत बन गया है। बता दें कि सबसे पहले बंगरा ब्लॉक के नोटा गांव को जिले में ये उपलब्धि हासिल हुई।

झांसी के डीएम आंद्रा वामसी ने बताया कि यह एक बड़ी उपलब्धि है कि ग्राम पंचायत को प्राप्त टीके की एक भी खुराक बर्बाद नहीं हुई। उन्होंने बताया कि शुरू में वैक्सीनेशन को लेकर उत्तर प्रदेश के झांसी में एक गांव ऐसा है जहां 18 साल से ऊपर हर आयु वर्ग का कोविड वैक्सीनेशन 100 फीसदी कर लिया गया। गांव के सभी 2,447 ग्रामीणों को कोविड वैक्सीनेशन की पहली डोज लग गई है। यह है । खास बात यह है कि इस गांव में एक भी वैक्सीन की डोज खराब नहीं हुई।

नोटा गांव में पहले हो चुका है सौ फीसद टीकाकरण : झांसी के बांगरा ब्लॉक का नोटा गांव में टीकाकरण के जरिए 2447 ग्रामवासियों को पहली डोज दी जा जा चुकी है। वैक्‍सीन लगवाने वालों में 18 से 44 आयु वर्ग के 1,457 एवं 44 वर्ष से अधिक आयु के 990 लोगों को वैक्‍सीन की डोज दी गई। इसमें 966 महिलाएं और 1,481 पुरुष शामिल हैं। नोटा में 773 परिवार रहते हैं। गांव की कुल जनसंख्‍या 4523 हैं ज‍िसमें 18 से ऊपर के युवाओं की कुल जनसंख्‍या 2713 है। झांसी के डीएम आंद्रा वामसी ने बताया कि यह एक बड़ी उपलब्धि है कि ग्राम पंचायत को प्राप्त टीके की एक भी खुराक बर्बाद नहीं हुई। उन्होंने बताया कि शुरू में वैक्सीनेशन को लेकर गांव वालों में कई तरह की भ्रांतियां, झिझक और भय व्याप्त था लेकिन बाद में इन सभी को प्रचार प्रसार व जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए दूर कर लिया गया।

निगरानी समितियों की अहम भूमिका : डीएम ने बताया कि सौ फीसद टीकाकरण में निगरानी समिति, आशा, एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, अन्य स्वयंसेवी संगठनों और ग्रामीणों की अहम भूमिका रही। जिन्होंने टीकाकरण के लिए अपना साहस और इच्छा दिखाई और 100 फीसदी गांववालों का वैक्सीनेशन किया।

इस तरह गांव वालों का दूर हुआ डर और झिझक : डीएम ने बताया कि जिला प्रशासन ने ग्राम निगरानी समिति का गठन किया। जन जागरूकता फैलाकर ग्रामीणों के भय को दूर करने के लिए कार्यक्रम चलाए। हमने इन जागरूकता कार्यक्रमों को चलाने के लिए एफपीओ, स्वयं सहायता समूहों और अन्य स्वयंसेवी संगठनों को भी शामिल किया।