एफपीआई ने शेयर मार्केट में निवेश पैटर्न बदला

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शेयर मार्केट में विदेशी निवेशकों (एफपीआई) के निवेश पैटर्न में काफी बदलाव देखने को मिला है।पहला बदलाव इनकी निवेश रणनीति में हुआ है और दूसरा परिवर्तन, भारतीय शेयर मार्केट में इन्होंने अपना समग्र निवेश बहुत ही कम कर दिया है। चालू कलेंडर वर्ष में जनवरी से लेकर 26 मई तक के पांच महीनों में ऋण प्रतिभूति सेगमेंट से 14716 करोड़ रु की निकासी (बिक्री के जरिए) की गई।

फिर भी एफपीआई ने शेयर मार्केट में 45500 करोड़ रु का शुद्ध (नेट) निवेश किया। रणनीतक बदलाव यह हुआ है कि बिक्री के जरिए शुद्ध ऋण प्रतिभूतियों में लगे धन को बड़े स्तर पर निकाल लिया, इसकी वजह यह बताई गई कि इन पर किए गए निवेश से मिलने वाला प्रतिफल इन्हें अपर्याप्त लग रहा है।

इक्विटी और डीवीआरआर की तरफ रुझान बढ़ने का कारण इन दोनों सेगमेंट में बेहतर प्रतिफल मिलना है। एफपीआई ने चालू कलेंडर वर्ष में जनवरी में 19473 करोड़ रु, फरवरी में 25787 करोड़ रु और मार्च में 10482 करोड़ रु लगाए लेकिन इसके बाद ट्रेंड बदला तो मार्च और अप्रैल में क्रमशः 9659 करोड़ रु और करोड़ रु की नेट (शुद्ध) बिकवाली की। इस तरह इन पांच महीनों में इनका नेट निवेश 41168 करोड़ रु रहा, जबकि 2020 के इन्हीं महीनों में ये 40345 करोड़ रु की नेट बिक्री की थी।

इन निवेशकों ने ऋण प्रतिभूति सेगमेंट में पांच में से केवल मई में 900 करोड़ रु की धनराशि लगाई। जनवरी में 2518 करोड़ रु, फरवरी में 6488 करोड़ रु, मार्च में 6492 करोड़ रु और अप्रैल में 118 करोड़ रु की ऋण प्रतिभूतियों की बिक्री करने से पांच महीनों में इस सेगमेंट में कुल 14716 करोड़ रु की नेट बिक्री की स्थिति बनी।

2020 के इन्हीं महीनों में से सिर्फ फरवरी में 2097 करोड़ रु की खरीद अर्थात निवेश किया गया था। जनवरी में 11648 करोड़ रु, मार्च में 60376 करोड़ रु, अप्रैल में 12552 करोड़ रु और मई में 22935 करोड़ रु की नेट बिक्री की गई थी। अर्थात इन पांच महीनों में ऋण सेगमेंट में से 107511 करोड़ रु निकाले गए थे बिक्री के जरिए।

दरअसल एफपीआई को डीवीआरआर सेगमेंट को भा गया है। बीते सत्रह महीनों के आंकड़ों के विश्लेषण से यह निष्कर्ष निकला कि इस साल के पहले पांच महीनों में एफपीआई ने डीवीआरआर सेगमेंट में 17624 करोड़ रु का पूंजी निवेश किया जोकि 2020 की समान अवधि में किए गए 12364 करोड़ रु की तुलना में 42 फीसद से भी ज्यादा है।

वैसे एफपीआई ने पूरे 2020 कलेंडर वर्ष में ऋण प्रतिभूति सेगमेंट में 104873 करोड़ रु की नेट बिक्री की अर्थात इतनी रकम निकाली, इसे घटाने के बाद इक्विटी, डीवीआरआर और हाइब्रिड सेगमेंट में क्रमशः 170262करोड़ रु, 25225 करोड़ रु और 12546 करोड़ रु मिलाकर शेयर मार्केट में कुल 103156 करोड़ रु का नेट निवेश किया। देश में 2021, जनवरी में सेबी में पंजीकृत एफपीआई की संख्या 10656 थी जबकि 2011, दिसंबर के अंत में सिर्फ 1767 पंजीकृत एफपीआई भारतीय शेयर मार्केट में सक्रिय थे।

प्रणतेश नारायण बाजपेयी