लखनऊ। प्रदेश में 18 से 44 साल उम्र वाले लोगों के लिए वैक्सीनेशन का दायरा सोमवार से बढ़ जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सोमवार से 11 जिलों समेत कुल 18 जनपदों में बढ़े पैमाने पर वैक्सीनेशन कार्य संचालित किया जाएगा। यूपी में अब तक कोरोना वैक्सीन के 1,37,22,160 डोज लगाए जा चुके हैं। वहीं, वैक्सीनेशन को लेकर युवाओं में खासा उत्साह है। अब तक 14 लाख से अधिक लोग वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
प्रदेश सरकार की ओर से कोरोना से बचाव के लिए सभी नागरिकों को वैक्सीन का सुरक्षा कवर प्रदान किया जा रहा है। देश के सभी राज्यों में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टीकाकरण करने वाला राज्य बन चुका है। अब तक 1,37,22,160 डोज लगाए जा चुके हैं। इसमें 18-44 आयु वर्ग के 1,17,327 लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है। इसमें 18 से 30 साल वाले युवाओं की संख्या 3.5 लाख से अधिक है। सरकार ने कोरोना वैक्सीन का वेस्टेज रोकने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की है, जिस पर बड़ी संख्या में लोग अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। ऑनलाइन पंजीकरण के दौरान युवाओं को टीकाकरण के लिए मनपसंद स्लॉट व अस्पताल चुनने का विकल्प भी दिया जाएगा।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पहले चरण में एक मई से प्रदेश के अधिक संक्रमण वाले सात जिलों में 18 से 44 वर्ष के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया गया था। इसमें पहले चरण में लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर और मेरठ में 18 से 44 साल वालों का टीकाकरण किया गया था। युवाओं का उत्साह देखने के बाद मुख्यमंत्री कोविड टीकाकरण का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद सोमवार से प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों समेत गौतमबुद्धनगर में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है।
युवाओं के लिए अस्पतालों में अलग बूथ : प्रदेश सरकार ने 18 से 44 साल वालों के लिए अस्पतालों में अलग बूथ बनाए गए हैं। प्रदेश में करीब 7 हजार बूथों पर टीकाकरण किया जा रहा है। 17 नगर निगमों में कोविड टीकाकरण शुरू होने के बाद बूथों की संख्या भी काफी बढ़ जाएगी। हालांकि 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों का टीकाकरण पहले की तरह चलता रहेगा। उसमें किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया गया है।
ऑनलाइन पंजीकरण से कम हुआ वैक्सीन का वेस्टेज : प्रदेश में अब तक 1 करोड़ 37 लाख से अधिक वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके हैं। ऑनलाइन पंजीकरण शुरू होने से वैक्सीन वेस्टेज में भी काफी कमी आई है। वहीं, 18-44 साल के 68536 लोगों को अब तक वैक्सीन लगाई जा चुकी है। युवाओं में वैक्सीन को लेकर उत्साह के चलते वैक्सीन वेस्टेज 0.39% प्रतिशत पर पहुंच गया है। इसे शून्य पर लाने का लक्ष्य है।