इन लक्षणों में लापरवाही ना करें, सावधानी बरतें

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कोविड-19 का संक्रमण भयावह रूप ले चुका है। देश में हजारों हंसती खेलती जिंदगी क्रूर काल के गाल में समा गई है। आम नागरिक के मन में डर तो है लेकिन सावधानी, सजगता, स्वछता और बचाव के प्रति लापरवाही इस जानलेवा बीमारी को नियंत्रित करने में रुकावट पैदा कर रही है। कोविड-19 के बारे में विभिन्न पहलुओं पर आयुष मंत्रालय भारत सरकार के बोर्ड मेंबर डॉ रविंद्र पोरवाल ने जन उपयोगी जानकारी साझा की है।

इन लक्षणों में लापरवाही ना करें : कोविड-19 के संक्रमण के शुरुवाती लक्षण सिर दर्द, बुखार, थकान के साथ शरीर का टूटना, बेचैन कर देने वाली सूखी खांसी और सामान्य श्वास लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पूरे शरीर में टूटनवाला दर्द, डायरिया, स्वाद और गंधहीनता जैसे लक्षण भी किसी किसी संक्रमित मैं दिखाई देते हैं। प्रारंभिक अवस्था में इस जानलेवा वायरस से बचाव और समुचित उपचार कर आसानी से काबू पाया जा सकता है।

अब विलंब ना करें : छाती में दर्द, सांस लेने में कठिनाई का महसूस होना बिना रुके भयंकर सूखी खांसी और चलने फिरने में अत्यधिक कमजोरी जैसे लक्षण होने पर बिना विलंब चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। कोविड-19 का संक्रमण पहले ऊपरी श्वसन मार्ग साइनस गला और नाक पर दिखाई देता है और कुछ समय बाद नीचे स्वसन ट्रैक श्वास नली और संपूर्ण फेफड़ों को संक्रमित करता है। समुचित उपचार ना होने पर फेफड़ों में सूजन सांस लेने में बहुत कष्ट निमोनिया और फेफड़ों के उस हिस्से में जहां कार्बन डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन का एक्सचेंज होता है संक्रमित हो जाते हैं। यह अवस्था संक्रमित व्यक्ति के जीवन के लिए घातक होता है।

जांचों से भागे नहीं, उपचार से डरे नहीं : डॉक्टरी सलाह और उपचार को टालते रहना, जांच कराने से बचना और अपने को इम्यूनिटी का बादशाह समझने की भूल करना इस संक्रमण काल में बुद्धिमानी नहीं है। अखबार, यूट्यूब व अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त जानकारी के आधार पर घर पर तरह-तरह के घरेलू नुस्खों का स्वस्थ होने के लिए प्रयोग करना इस गंभीर अवस्था में उचित नहीं है। चिकित्सकीय सलाह और जांच परीक्षण इत्यादि से बचना और अपने आप को अजर और अमर समझ कर उसी के अनुकूल आचरण करना जीवन के लिए घातक है।

सादा भोजन रिश्तेदारी फोन पर : कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए अनावश्यक घर से ना निकले, पूजा पाठ घर पर ही करें, मित्रता रिश्तेदारी फोन पर ही निभाए। सादा सात्विक आहार, दाल, सब्जी, रोटी लें। जंक फूड फास्ट फूड तले मसालेदार भोजन इम्यूनिटी को कम करते हैं। खूब पानी पिए। दो छोटी इलाइची चबा चबा कर खाएं। तभी इमरजेंसी में घर से निकले और बालों चेहरे माथे हाथों आदि शरीर के खुले अंगों पर नीम का तेल लगाएं। हमेशा दो मास्क लगाएं और किसी भी व्यक्ति से पर्याप्त दूरी रखकर ही बात करें। भीड़ वाले स्थानों पर बिल्कुल ना जाएं और सैनिटाइजर साथ ले जाना ना भूलें।

गंभीर रोगी और कमजोर इम्यूनिटी वाले ध्यान दें : मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, दमा, सांस जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए विशेष सतर्कता रखनी चाहिए। घर पर रहकर ही इम्युनिटी बढ़ाने के लिए प्रतिदिन आधा घंटा योगासन प्राणायाम ध्यान करें। आयुष काढ़ा, गिलोय, तुलसी, आंवला, अश्वगंधा, सहजन आदि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने वाले जड़ी बूटी का सेवन जरूर करें। फल, अंकुरित अनाज, ताजे फलों का जूस सोयाबीन का ताजा दूध हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाते हैं। वही हमारी रसोई मे उपलब्ध काली मिर्च, दालचीनी, लोंग, अजवाइन, जीरा आदि एंटीऑक्सीडेंट्स का भी यथा आवश्यकता प्रयोग करना सेहत के लिए अच्छा है।

यह उपाय भी बड़े काम के हैं : प्रातः खाली पेट पीपल के 8 से 10 और बेलपत्र के 4-5 पत्ते 4 काली मिर्च और 4 लौंग डालकर मिक्सी में पीस कर पी जाएं। ऊपर से खूब गर्म पानी घुट घुट कर के पी ले। यह इम्युनिटी बढ़ाने वाला उच्च स्तर का योग है। इसके सेवन से फेफड़े भरपूर मात्रा में प्राणवायु ऑक्सीजन का अवशोषण करने लगते हैं और शरीर में ऑक्सीजन की कमी नहीं हो पाती। यह नुस्खा स्वास नली में जमे कफ और संक्रमण को खोलकर खांसी, उबकाई और उल्टी जैसी इच्छा होने की स्थिति ठीक कर देता है।

गिलोय, तुलसी, दालचीनी और काली मिर्च और अदरक का काढा थोड़ा सा नमक और गुड़ डालकर सुबह शाम लेना भी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में असीम वृद्धि करता है और विभिन्न संक्रमण से बचाव का यह प्रभावशाली उपाय है। आंवला, अश्वगंधा, मुलेठी, तुलसी की पत्तियां, एलोवेरा, गेहूं घास भी उच्च कोटि की इम्यूनिटी बढ़ाते हैं और घातक वायरस का खत्मा कर देते हैं। संतरा, नींबू, अनन्नास, नारियल पानी और मौसमी का जूस या माल्टा या संतरे का ताजा जूस भी शरीर की रक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने में हितकारी है।