इलायची के छोटे दाने बड़े गुणकारी

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जब कोई हमारे पास खाना खा कर बैठता है, तो उसके मुंह से खाने की बदबू आती है या हम कभी प्याज खाते हैं तो उसकी बदबू हमारे मुंह में रह जाती हैं। तुरंत हम उसके लिए इलायची खाना पसंद करते हैं। यह छोटी सी इलायची बड़ी लाभकारी है। हर रसोई की शान है, गरम मसाला मे इसकी भूमिका अहम है।

इसका इस्तेमाल मिठाई, हलवा, खाना बनाने में करते हैं। खाने के साथ-साथ दूध में भी इसे डाल कर पिया जाता है, दूध में डालने पर इसका दूध का स्वाद बढ जाता है। सर्दी आती है तो लोग चाय में इसे डालकर पीना पसंद करते हैं। जिससे स्वाद बढ़ता है और फायदेमंद भी साबित होती है। छोटी सी इलायची पोषक तत्वों से भरी हुई होती है, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है।

इलायची में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लामेट्री हाइपोलिपिडेमिक गुणों से भरी हुई है, जो हमारे शरीर के जो हमारे शरीर के ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखती है। यह छोटे से दाने डायबिटीज के मरीजों के लिए बड़े गुणकारी हैं। इलायची भारत में मैसूर बेंगलुरु मालाबार में उगाई जाती है, जबकि श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा इलायची उगाई जाती है या खेती की जाती है।

भारत के केरल में अन्नामलाई की पहाड़ी की श्रंखला में एक पहाड़ी ऐसी भी है। जिसे इलायची की पहाड़ी कहा जाता है। यह सबसे ऊंची दक्षिण भारत की चोटी है, जो पालघाट के दक्षिणी हिस्से को दो भाग में बाँटती है। भारत में सबसे ज्यादा इलायची का उत्पादन दक्षिण भारत के केरल के राज्य में किया जाता है।

इस कारण केरल राज्य को मसालों का राज्य भी कहा जाता है। इलायची दो प्रकार की होती है। एक काली इलायची और एक हरी इलायची। हरी इलायची छोटी और दानों से भरी हुई होती है.. हरे रंग की होती है। बड़ी इलायची काले रंग की और मोटी होती है। जिसका प्रयोग बिरयानी या चावल बनाने में ज्यादा किया जाता है।

इलायची का उपयोग : खाना बनाने में भारत के सभी राज्य में नेपाल में, पाकिस्तान में खाना और मिठाई को स्वादिष्ट बनाने और खुशबूदार बनाने में इसका उपयोग किया जाता है। दवा बनाने में चीन और भारत इसका बहुत इस्तेमाल करते हैं। पेट दर्द और अन्य बिना बीमारियों की दवाई के लिए इसका उपयोग करते हैं। पूजा-पाठ में भारत और नेपाल में छोटी सी यानी हरी छोटी सी इलायची का प्रयोग करा जाता है। छोटी इलायची हमारे इतने बड़े दिन रात धड़कने वाले दिल का ख्याल रखती है।

यह फेफड़ों में ब्लड सरकुलेशन को बेहतर बनाती है। यह खांसी, अस्थमा और आजकल कोविड-19 के समय इसका उपयोग बहुत किया जाता है। ये हमारी धड़कनों को सुधारती है, यह हमारे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है। यदि हम इसका सेवन दूध के साथ करते हैं तो इससे हमारे शरीर को गर्माहट मिलती है। जिसके कारण हमारा ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। इलायची की तासीर गर्म होती है। जिसके कारण सर्दियों में इसको दूध में डालकर पिया जाता है या चाय के साथ सेवन करते हैं। जिससे शरीर में गर्माहट बनी रहती है।

जिन व्यक्तियों को कब्ज की परेशानी रहती है। उनके लिए इलायची बड़ी गुणकारी है। इसे पानी में डालकर पीने से कब्ज से मुक्ति मिल जाती है। यदि हमारे मुंह में छोटे मोटे दाने या छाले हो जाते हैं तो इसे मिश्री के साथ खाने या लगाने पर एसिडिटी कम होती है और छाले में सुधार होता है।

इलायची में मैग्नीशियम पोटेशियम कैल्शियम जैसे खनिज पदार्थ होते हैं, जो दिल की सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं। यदि हम दिन में तीन इलायची खाते है तो दिल को मजबूत और स्वस्थ बना सकते है। छोटी सी प्रकृति हरी पुडिया सेहत के लिए बडी लाभकारी है।

सीमा मोहन