लखनऊ। ‘नास्ति मातृसमा छाया, नास्ति मातृसमा गतिः। नास्ति मातृसमं त्राण, नास्ति मातृसमा प्रिया।।….
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नारी गरिमा के अस्तित्व को दर्शाने वाले इस श्लोक के संग जब अपने संबोधन की शुरूआत की तो पूरा सभागार तालियों की गूंज से गूंज उठा। योगी सरकार की स्वर्णिम योजनाओं से अपनी किस्मत चमकाने वाली और दूसरी अन्य महिलाओं व बेटियों के सपनों को साकार करने वाली प्रदेश की महिलाओं को योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सम्मानित किया।
प्रदेश की दूसरी महिलाओं को रोजगार व योगी सरकार की स्वर्णिम योजनाओं से जोड़ने वाली इन महिलाओं के चेहरे उस समय खुशी से खिल उठे जब इनकी मेहनत को सीएम योगी ने सराहा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, आशाबहु, स्वंय सहायता समूह व अन्य योजनाओं से जुड़कर दूसरी महिलाओं के कदमों को विकास पथ पर बढ़ाने का कार्य करने वाली प्रदेश के अलग अलग जिलों से आई 15 प्रतिभावान महिलाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोमेंटों, स्मृतिचिन्ह, अंगवस्त्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जनपदों से आई महिलाओं ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि हम महिलाएं योगी सरकार की आभारी हैं जिन्होंने हम लोगों के जीवन में आशा की किरण स्वर्णिम योजनाओं से बिखेरी है।
दुनिया से गुलामी का नाम मिटा देंगें : हर महिला बंधन को हम मिट्टी में मिला देंगें…
झांसी की रवि रंजना पाल ने जब ये गीत सुनाया तो पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश करती रंजना ने कहा कि मैं बेहद खुश हूं कि आज मेरी बरसों की इच्छा पूरी हुई। सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर और उनके हाथों सम्मान पाकर मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि स्वंय सहायता समूह व राष्ट्रीय आजीविका मिशन से महिलाओं को रोजगार दिलाने संग उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रहीं हूं। जय दुर्गा माता स्वंय सहायता समूह से अब तक 62 दूसरी महिलाओं को जोड़कर उनको जैविक खेती, पशुपालन की ट्रेनिंग दे रहीं हूं। इसके साथ ही अब तक 140 से अधिक महिलाओं को रोजगार दिला चुकी हूं। उन्होंने बताया कि प्रतिमाह 32 हजार की आमदनी योगी सरकार की स्वर्णिम योजनाओं से होने लगी है। इसके साथ ही प्रतिदिन 20 से 25 लीटर दूध का उत्पादन कर दूसरी महिलाओं को भी डेयरी के जरिए रोजगार मुहैय्या करा रहीं हूं। मैं अपने गांव में 16 सवंय सहायता समूहों की देखरेख कर रहीं हूं।
थारू जनजाती से जुड़ी आरती राणा ने बताया कि मैं योगी जी की आभारी हूं कि उन्होंने महिलाओं को केन्द्रित कर कई स्वर्णिम योजनाओं को प्रदेश में लागू किया जिसका लाभ सीधे तौर पर महिलाओं को मिल रहा है। मैंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ महिलाओं को दिला रहीं हूं। स्वंय साहायता समूह बनाकर अपने क्षेत्र की दूसरी महिलाओं को रोजगार से जोड़ा है। मैंने 350 स्वंय सहायता समूह का गठन कर लगभग 3000 महिलाओं को सीधे तौर पर लाभ दिलाया है जिससे आज वो अपने पैरों पर खड़े होकर घर चलाने में अपनी सहभागिता दे रहीं हैं।
टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाई करने वाली प्रियंका गोस्वामी ने कहा कि मुझे शुरू से ही खेल जगत में पहचान बनानी थी। जब मैंने टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाई किया तो मुझे लगा कि उत्तर प्रदेश की दूसरी लड़कियां भी दूसरे प्रदेशों व देशों की खिलाडियों को पछाड़ सकतीं हैं। मैं आज मुख्यमंत्री जी के हाथों सम्मान पाकर बेहद खुश हूं हमारी योगी सरकार शुरू से ही बेटियों को हर क्षेत्र में प्रोत्साहित करती आई है। चाहे मेधावियों का सम्मान हो या फिर रानी लक्ष्मी बाई अवार्ड से उनको सम्मानित कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना। मेरी यही ख्वाहिश है कि मैं उत्तर प्रदेश के लिए गोल्ड मेडल जीत कर राज्य को गौरान्वित करूं। मिशन शक्ति जैसे अभियान से महिलाओं बेटियों को सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है।
गोरखपुर की वर्षा श्रीवास्तव ने बताया कि मेरे पास एक रुपए भी नहीं होते घर चलाने को फिर उद्योग विभाग के अधिकारी से मिली जिन्होंने योगी सरकार की स्वर्णिम योजनाओं की जानकारी दी और पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता की जिससे मैंने होजरी के काम को बढ़ाया और आज मैं अपने पूरे घर का खर्चा वहन कर रहीं हूं। मैं योगी सरकार की अभारी हूं कि उन्होंने प्रदेश की महिलाओं के लिए ऐसी लाभकारी योजनाओं को संचालित किया।
बोली महिलाएं- योगी सरकार की स्वर्णिम योजनाओं से मिला सबल : लखीमपुर खीरी की बाल कुमारी ने कहा कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन से हम लोगों को मदद मिल रही है। मैंने अपने क्षेत्र की 350 महिलाओं को इससे जोड़ उनको रोजगार दिलाया है। इसके साथ ही जैविक खेती, पशुपालन, ज्वैलरी डिजाइंनिंग के जरिए लगभग 10000 महिलाओं को रोजगार मुहैय्या करा चुकी हूं।
मऊ की रेनू यादव ने कहा कि मैं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत ग्रामीण क्षेत्र की बेटियों को शिक्षा की दिशा में प्रेरित कर रहीं हूं। मिशन शक्ति अभियान के तहत मैंने गांव की 20000 महिलाओं को सरकार की योजनाओं, हेल्पलाइन नंबर के बारे में जागरूक किया। इसके साथ ही मैं सीएम सर की आभारी हूं कि उन्होंने हम घेरेलू महिलाओं के लिए ऐसी योजनाओं को शुरू कर आमदनी का एक बेहतरीन जरिया दिया है।
गाजियाबाद की प्रियंका राय ने बताया कि मैं योगी सरकार के कार्यक्राल से ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत एएनएम के पद पर कार्य कर रहीं हूं जिससे मैं प्रतिमाह दस हजार रुपए की आमदनी कर पा रही हूं। मैं योगी जी की आभारी हूं कि उन्होंने मुख्यमंत्री महिला सुपोषण योजना का शुभारंभ किया जिससे सीधे तौर पर महिलाओं को लाभ मिलेगा।