लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा, बसपा और कांग्रेस पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जनता ने सभी को मौका दिया था, आप भी कुछ कर सकते थे, लेकिन आपने नहीं किया। उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेताओं को भी आईना दिखाया। उन्होंने अपनी सरकार की विभिन्न उपलब्धियों का जिक्र किया और उन्हीं योजनाओं में सपा सरकार में क्या स्थिति थी, इसके बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि यह बदली हुई तस्वीर यूपी की है।
यह बातें उन्होंने आज विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहीं। सीएम योगी के संबोधन के दौरान सपा नेताओं ने सदन की सभी परंपराएं तोड़ दीं। कई बार विधान परिषद सभापति को उन्हें सदन की गरिमा याद दिलानी पड़ी। सीएम योगी ने मुंगेरीलाल का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे लगता है समाजवादी मित्रों की यही स्थिति है। आप लोग वास्तविकता को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। अगर हर चीज अखिलेश यादव ने कर दिया था, तो जनता ने क्यों हराया? लोकसभा चुनाव में क्यों हार गए? सपने देखते-देखते आप लोग तो प्रदेश को ही बेचने की कगार पर लेकर जा रहे थे, लेकिन प्रदेश को हमने तेजी के साथ आगे बढ़ाया है। उन्होंने विपक्ष के नेताओं से पूछा कि पांच साल कर क्या रहे थे?
जिसने इस देश को बपौती मान ली थी, आज उसे भी गाली दे रहे : उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बावजूद हमने वित्तीय प्रबंधन को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाने का परिणाम है कि आज एक-एक पैसे का उपयोग हो रहा है। उन्होंने पिछली सरकार और वर्तमान सरकार में किसानों से हुई गेहूं, धान, मक्का की खरीद के आंकड़े रखे और कहा कि कौन किसान विरोधी है और कौन हितैषी है, यह तय कर लीजिए। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने इस देश को अपनी बपौती मान ली थी और अमेठी के लोग उन्हें चुनकर भेजते थे। आज उन्हें भी गाली दे रहे हैं। उस अमेठी में भी मेडिकल कॉलेज नहीं खोल पाए थे। हम वहां भी मेडिकल कॉलेज खोल रहे हैं।
आज विकास के नाम पर आजमगढ़ देखा जा रहा : उन्होंने कहा कि आजमगढ़ ने अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव को भी संसद में भेजा, लेकिन आपने आजमगढ़ को बदले में क्या दिया?, बदनामी दिया। आजमगढ़ के सामने संकट खड़ा था अपनी पहचान छिपाने का। कहीं जाते थे, तो लोग संदेह की निगाहों से देखते थे और आज विकास के नाम पर आजमगढ़ देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्यों नहीं एक्सप्रेस वे बनाया? क्यों नहीं विश्वविद्यालय बनाया?, लेकिन विकास की सोच ही नहीं थी, हम भी चंद्र लोक और मंगल ग्रह की यात्रा करेंगे, लेकिन कुछ कर ही नहीं पाए। हमारे मार्गदर्शक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और उनके विजन से ही सारे काम चल रहे हैं।
जो कार्य हुआ है, उसे स्वीकार कीजिए: उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर जो कार्य हुआ है, उसे स्वीकार कीजिए। लूट को हमने रोका है। पेंशन भी समाजवादी हो गई है क्या? उन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक योजना के बारे में कहा कि जब यह योजना शुरू की गई थी, आप लोग हंस रहे थे। आज यह योजना लोकप्रिय योजनाओं में से एक है। उन्होंने महिला, वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति सहित कई योजनाओं की तुलना पिछले सरकार से तुलना करते हुए कहा कि हमने खांचों और खेमों में बांटकर किसी को नहीं देखा। हमने हर पात्र को लाभ पहुंचाया। उन्होंने कहा यह बदली हुई तस्वीर यूपी की है।
पहले आकाशीय बिजली को ही मां, बिजली बताती थी: उन्होंने कहा कि एयर कनेक्टिविटी को लेकर प्रदेश के अंदर पहले की तुलना में कई गुना कार्य हुआ है। आवागमन की बेहतर सुविधाएं लोगों को मिलनी शुरू हुई हैं। इसका परिणाम भी सामने आ रहा है कोई भी निवेशक आज प्रदेश में आ सकता है, उसे पता है कि इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो रहा है। बिजली इनके समय में दिखती भी नहीं थी। पहले आकाशीय बिजली को ही मां बिजली बताती थी। आज बच्चे भी बिजली देख पा रहे हैं।
24 करोड़ जनता को ध्यान में रखकर योजना बनाई: उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की कविता सुनाते हुए कहा कि ‘आदमी न छोटा होता है, न बड़ा होता है। न ऊंचा होता है और न नीचा होता है। आदमी तो सिर्फ आदमी होता है’। हमने जाति, मत, मजहब, क्षेत्र, भाषा नहीं सीखा है। हमने 24 करोड़ जनता को ध्यान में रखकर योजना बनाई है। हमने सबके लिए किया है। हम पूर्णता पर विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है और कोई भी भर्तियों की पारदर्शिता पर उंगली नहीं उठा सकता।