लखनऊ। यूपी में माफियाओं, अपराधियों और लुटेरों के खिलाफ योगी सरकार की सख्ती नीति ने यूपी के अपराधियों में खौफ पैदा कर दिया है। यही वजह है कि, यूपी के सबसे बड़े डॉन मुख्तार अंसारी के पैर भी यहां आने से कांप रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी के विधायक अंसारी को बचाने के लिए पंजाब की कांग्रेस सारे पैतारे आजमा रही है। राज्य सरकार के प्रवक्ता व एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कांग्रेस पर माफिया मुख्तार अंसारी के प्रति सहानुभूति रखने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से कई बार जवाब भी मांगा है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि दोहरापन कांग्रेस का चरित्र है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस राजनीतिक लाभ के लिए किसी का भी समर्थन कर सकती है। मुख्तार के मामले में कांग्रेस शासित पंजाब सरकार का रवैया इसका सुबूत है। उन्होंने कहा कि देश में शायद ही कोई ऐसा उदाहरण मिले कि एक माफिया को बचाने के लिए कांग्रेस इस स्तर पर आ गई है। यूपी में अपराध को लेकर मगरमच्छ के आंसू बहाने वाली प्रियंका व राहुल गांधी को मुख्तार से सहानुभूति की वजह बताना चाहिए। उन्होंने योगी सरकार बिल्कुल अलग तरह की है। वह प्रदेश में माफियाओं को पनपने नहीं देती है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि मुख्तार अंसारी पर विधायक की हत्या का आरोप है। योगी सरकार की अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति के डर से अपने को बचाने के लिए मुख्तार कभी डिप्रेशन तो कभी सीने में दर्द बता कर यूपी आने से बचने की कोशिश कर रहे है। पंजाब की कांग्रेस सरकार भी तरह-तरह के हथकंडे अपना कर बचाने में लगी है। यही नहीं कांग्रेस विधायक अजय राय भी मुख्तार को यूपी लाने की दुहाई लगा चुके हैं लेकिन को कांग्रेस को माफिया मुख्तार से इतनी मोहब्बत है कि वह अपने विधायक की नहीं सुन रही है। जानकारों की मानें तो पंजाब कांग्रेस के बड़े नेता के बेटे और मुख्तार के बेटे के बीच कारोबारी रिश्ते भी है।