एक और आडिट फर्म-सीए देवांग दलाल पर 60 लाख जुर्माना.. कार्पोरेट भ्रष्टाचार में लिप्त एक चार्टर्ड एकाउंटेंट और इसकी आडिट फर्म पर साठ लाख रुपए की पेनाल्टी ठोंकी गई है। पेनाल्टी लगा कर सीए कम्युनिटी को संदेश दिया गया है और यह चेतावनी भी कि वे भ्रष्टाचार से बाहर निकलें और ईमानदारी के साथ आडिट मानकों का अनुपालन करें। यह पेनाल्टी ठोंकी है नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथाॅरिटी (एनएफ आरएस) ने। एनएफआरए एकाउंटिंग और आडिटिंग का स्वतंत्र विनियामक है। किसी भी आडिट फर्म और चार्टर्ड एकाउंटेंट पर इतना जुर्माना कम नहीं है और उससे भी अधिक सम्पूर्ण आडीटर कम्युनिटी जितनी शर्मसार हुई है उसकी भरपाई नामुमकिन है।
एनआरएफए ने जांच में मान इंडस्ट्रीज की 2020_21 की आडिटेड वार्षिक रिपोर्ट में सिलसिलेवार गड़बड़ियों को पकड़ा और इन्हें गंभीर बताया। बता दें कि मान इंडस्ट्रीज मुंबई में स्थित कंपनी है। वार्षिक दो हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा कारोबार करने वाली मान इंडस्ट्रीज मुंबई स्टाॅक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज दोनों में लिस्टेड है। विनियामक ने अपने आदेश में कहा है कि सीए और आडिट फर्म ने मान इंडस्ट्रीज के सैंतीस हजार से अधिक शेयरधारकों को गलत जानकारी, गलत ओपीनियन देने का अपराध किया है।
एनएफआरए ने सीए देवांग दलाल पर 10 लाख रुपए की पेनाल्टी के साथ-साथ आडिट करने से पांच साल के लिए डिबार कर दिया है, आडिट फर्म एम एच दलाल ऐंड एसोसिएट्स पर 50 लाख रुपए की पेनाल्टी लगाई है। इधर दागदार चार्टर्ड एकाउंटेंट और आडिट फर्मों पर सरकार ने शिकंजा कसा है क्योंकि भ्रष्टाचारी सीए और आडिट फर्मों से समूचा आडिट प्रोफेशन बदनाम हुआ है। जांच में दर्जनों मामलों में सीए और आडिट फर्में आडिट नियमों का उल्लंघन करने और भ्रष्टाचार की दोषी पाई गईं और उन पर कड़ी कार्रवाई भी की गई है।
याद दिला दें कि विनियामक ने इसी साल अप्रैल में दोषी पाए गए दर्जन भर चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और आडिट फर्मों पर जुर्माने के साथ -साथ आडिट पर प्रतिबंध लगा दिया था। चर्चित काॅफी डे एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड (सीडीईएल) ग्रुप की सात सब्सिडियरी कंपनियों के माध्यम से की गई ३५३५ करोड़ रुपए की हेरा-फेरी में लिप्त आडिट फर्म ए एस आर एमपी ऐंड कं.(फर्म संख्या 0183505) 1 करोड़ रुपए के जुर्माने के साथ आडिट पर दो वर्षों का प्रतिबंध लगाया था। सीए सुंदरेशा ए एस पर 10 लाख रुपए, सीए प्रनव जी. आंबेकर, सीए मधुसूदन, सीए प्रदीप चंद्रा सी., सीए लविता शेट्टी पर 5_5 लाख और दीवान हाउसिंग फाइनेंस (डीएचएफएल) की 17 शाखाओं का आडिट करने वाली फर्म के. वर्गीस ऐंड कं. के चार सीए मैथ्यू सैम्युएल, सैम वर्गीस, हरीश कुमार, एम. भास्करन को दंडित किया गया था।
इसके अलावा ट्रिलाॅजिक डिजिटल मीडिया के प्रमोटर से मिलीभगत में 70 करोड़ रुपए की हेरा-फेरी करने वाले सीए राजीव बंगाली पर 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया था। एनएफआरए ने एक महीने पहले विकास डब्ल्यू एसपी लिमिटेड से जुड़ी आडिट फर्म एस. ओमप्रकाश ऐंड कं के के सीए ओमप्रकाश अग्रवाल (रजिस्ट्रेशन नंबर 06105) पर तीन लाख रुपए के जुर्माने के साथ आडिट करने पर तीन वर्षों का प्रतिबंध लगाया था।
प्रणतेश बाजपेयी