ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर हो रहा यूपी, 72 नए प्लांट शुरू

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सीएम योगी की पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए बड़ी पहल, 416 में से 344 ऑक्सीजन प्लांट पर चल रहा काम

सीएम के निर्देश पर निजी मेडिकल कॉलेजों में भी लगाए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट, निजी मेडिकल कॉलेजों में शुरू हुए 12 नए ऑक्सीजन प्लांट

राज्य सरकार की ओर से 64 ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत, छह शुरू हो गए, सीएसआर से लगेंगे सबसे ज्यादा 120 प्लांट

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के लिए बड़ी पहल की है। जल्द ही ऑक्सीजन उत्पादन में प्रदेश आत्मनिर्भर हो जाएगा और दूसरे राज्यों से ऑक्सीजन मंगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सीएम के निर्देश के बाद प्रदेश में युद्ध स्तर पर 416 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं, जिसमें से 344 ऑक्सीजन प्लांट पर काम चल रहा है। जबकि विभिन्न स्थानों पर 72 नए ऑक्सीजन प्लांट हाल ही में शुरू हुए हैं।

सीएम योगी के प्रयासों से प्रदेश में जल्द ही ऑक्सीजन उत्पादन पर्याप्त मात्रा में होने लगेगा। इसके लिए यद्ध स्तर पर कार्य योजना बनाकर कार्यवाही की जा रही है। साथ ही रोजाना इसकी समीक्षा की जा रही है। प्रदेश में 25 ऑक्सीजन प्लांट कार्यरत हैं। पीएम केयर फंड से 37 नए ऑक्सीजन प्लांट लगने हैं, जिसमें से 14 लग गए हैं और तीन पर काम चल रहा है। राज्य सरकार की ओर से 64 ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें छह शुरू हो गए हैं और 58 पर कार्य चल रहा है। चीनी मिलों और आबकारी विभाग की ओर से 80, सांसद और विधायक निधि से 90 ऑक्सीजन प्लांट लगने हैं, जिनमें से आठ शुरू हो गए हैं और 82 पर काम चल रहा है। इसके अलावा सीएसआर फंड से 120 प्लांट लग रहे हैं, जिसमें 18 लग चुके हैं।

निजी मेडिकल कॉलेजों में 12 नए ऑक्सीजन प्लांट हुए शुरू : प्रदेश में निजी मेडिकल कॉलेजों में 12 नए ऑक्सीजन प्लांट शुरू हुए हैं। इनमें रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज बरेली में दो, नरायणा मेडिकल कॉलेज कानपुर में दो, हिंद बाराबंकी में एक, हिंद सीतापुर में एक, मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में दो, सुभारती मेडिकल कॉलेज मेरठ में एक, एनसीआर आईएमएस मेरठ में एक, वेंकटेश्वरा मेडिकल कॉलेज अमरोहा में दो नए ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं।

सहारनपुर में दो और सैफई में एक नया प्लांट हुआ शुरू : केन्द्र सरकार की सहायता से दो ऑक्सीजन प्लांट राजकीय मेडिकल कॉलेज सहारनपुर और स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में अब तक संचालित हो चुके हैं। एक नया प्लांट राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में क्रियाशील कराया गया है। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन और बदायूं में राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित एवं स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय शाहजहांपुर, देवरिया में कारपोरेट फंड से उपलब्ध कराए गए हैं, जिनका स्थापना का कार्य चल रहा है।

निजी मेडिकल कॉलेजों को 50 फीसदी ब्याज रहित धनराशि देने का प्रस्ताव : निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों में पहले से 10 प्लांट क्रियाशील थे। जबकि अब तक 12 प्लांट और स्थापित हो चुके हैं। अन्य में भी ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट लगाने की प्रक्रिया चल रही है। जेनरेटर प्लान्ट की स्थापना के लिए सरकार द्वारा निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों को प्लांट की लागत का 50 प्रतिशत ब्याज रहित धनराशि उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव दिया गया है। जिसका समायोजन कोविड-19 के उपचार के बाद संबंधित निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों को मिलने वाली धनराशि से किया जाएगा।

अगस्त माह के प्रथम सप्ताह तक सभी प्लांट क्रियाशील होने की सम्भावना: चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि 48 ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट लगाए जा रहे हैं। इसमें केंद्र सरकार की ओर से 16 ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट, राज्य सरकार की ओर से 24 प्लांट, विधायक निधि से एक प्लांट और कारपोरेट संस्थानों की ओर से सात प्लांट लगाए जा रहे हैं। राजकीय क्षेत्र सभी चिकित्सा संस्थाओं में अनवरत रूप ऑक्सीजन जेनरेटर प्लान्ट की स्थापना एवं क्रियाशील करने की प्रक्रिया चल रही है। जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से अगस्त माह के प्रथम सप्ताह तक सभी प्लांट क्रियाशील हो जाने की सम्भावना है।