केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने ‘वोकल फॉर लोकल’ थीम पर आधारित इस 26वें हुनर हाट का आयोजन 20 फरवरी से 1 मार्च 2021 तक किया है। 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 600 से अधिक कारीगर और शिल्पकार अपना सामान लेकर दिल्ली में ‘हुनर हाट’ में आए हैं। आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, ओडीशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिल नाडू, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से कारीगर जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में सजे ‘हुनर हाट’ में पहुंचे हैं। यहां इनके उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की जा रही है।
उत्तम स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पाद जैसे अप्लीक वर्क, सूखे फूल, जूट-केन, पीतल के उत्पाद, लकड़ी और मिट्टी के खिलौने, अजरख ब्लॉक प्रिंट, ब्लू आर्ट पॉटरी, पश्मीना शॉल, खादी उत्पाद, बनारसी सिल्क, लकड़ी के फर्नीचर, चिकनकारी कढ़ाई, चंदेरी सिल्क, लाख की चूड़ियाँ, राजस्थानी आभूषण, फुलकारी, तेल चित्रकारी, चमड़ा उत्पाद, खुर्जा मिट्टी के बर्तन, तमिलनाडु, कर्नाटक से चंदन की लकड़ी के सामान, पश्चिम बंगाल के जूट उत्पाद आदि यहां बिक्री और प्रदर्शनी के लिए उपलब्ध हैं।
इसके अलावा लोग यहां देश के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे विभिन्न सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों का भी आनंद ले रहे हैं। जैसे प्रसिद्ध कलाकार, निज़ामी ब्रदर्स (24 फ़रवरी), सुदेश भोंसले (२६ फरवरी), कैलाश खेर (27 फरवरी), सुश्री शिबानी कश्यप (01 मार्च) और अन्य कलाकार अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ देश भर के कारीगरों और शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक सही मंच है और इसने 5 लाख से अधिक लोगों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय 75 ‘हुनर हाट’ के माध्यम से 7.5 लाख कारीगरों और शिल्पकारों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान करेगा जो देश की आजादी के 75 साल पूरा होने पर आयोजित किए जाएंगे।