स्वादिष्ट एवं पौष्टिक हलवा… गुड़ और आटे से बना यह हलवा उत्तर भारत की मुख्य मीठी डिश है, जिसे सर्दियों में विशेष रूप से बनाया जाता है। पौष्टिकता से भरपूर यह हलवा खाने में जितना स्वाद में अच्छा होता है बनाने में उतना ही आसान है। खाने में फाइबर, रफेज और गुड़ के फायदे हम कुछ सालों से सुन रहें हैं। गुड़ हमारी हड्डियों को मजबूत करता है।दिमाग को शांत रखता है। सर्दी जुकाम में भी बहुत फायदेमंद होता है। इस समय जो हमारे देश मे करोना नमक बीमारी फैली हुई है, उसमे गुड़ का काढ़ा पीना बहुत फायदेमंद साबित हो रहा हैं। और हम सभी को गुड़ का सेवन प्रतिदिन किसी न किसी रूप में करना चाहिए।
हलवा बनाने के लिए सामग्री
आधा कप घी
3/4 कप गेहूं का आटा
डेढ़ कप पानी
3/4 कप गुड़ (कद्दूकस किया हुआ)
चुटकी भर इलायची पाउडर
10-15 लम्बे पतले कटे हुए बादाम
हलवा बनाने की विधि
पैन में पानी गुनगुना करके गुड़ डालें। गुड़ के अच्छी तरह पिघलने पर आंच से उतार लें। ध्यान रखें, उबालना नहीं है। दूसरे गेस पर एक कड़ाही में घी डाल कर चढ़ा देगे फिर आटा डाल कर धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भून लें। 8-10 मिनट तक लगातार चलाते हुए भूनें। गुड़वाला पानी डालकर अच्छी तरह मिक्स करें, ताकि गांठें न बनने पाएं। चलाते रहे पहले हलवा किनारे छोड़ेगा जब घी छोड़ना शुरु करे तब आंच बंद करे। जो भी मेवा पसंद हो वो इसमें डाल दें। पौष्टिक हलवा तैयार। इसी मिश्रण को इलैक्ट्रिक राइस कूकर में डाल कर भी हलवा बना सकते हैं। इसमें चलाना नहीं पड़ता। मात्रा के ऊपर हैं। थोड़ा सा हलवा तो दस बारह मिनट में बन जाता है। जितना घी हलवे में डालना है उसमें पहले मेवा रंग बदलने तक तल कर निकाल लें। बाद में उसी घी में हलवा भून लें। हलवे को तले हुए ड्राइफ्रूट्स से सजाएं। इससे ज्यादा स्वाद और अच्छा लगेगा।
सीमा मोहन