अब रेल टेल की हिस्सेदारी बेचने की तैयारी

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6049 रेल स्टेशन वीडियो सर्विलांस की जद मे शीघ्र

रेल मंत्रालय के पूर्ण स्वामित्व वाली रेल टेल कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड मे भारत सरकार ने अपनी 27 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचने की तैयारी पूरी कर ली है। बिक्री से सरकार को लगभग 700 करोड़ रुपए मिलने का अनुमान है। रेल स्टेशनो और उनमे यात्रियो की सुरक्षा के लिए 6049 स्टेशनो को वीडियो सर्विलांस से लैस किया जा रहा है।

वर्ष 2000 मे स्थापित रेल टेल एक तरह से रेल मंत्रालय की टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर कंपनी है। रेल टेल ने पिछले अठारह सालों के भीतर रेलवे के देशव्यापी रेललाइन संजाल के समानांतर दूरसंचार का सशक्त आधारभूत ढांचा खड़ा करने मे सफलता प्राप्त की है। जिसकी बदौलत भारत को आज दुनिया का सबसे बड़ा पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क कहलाने का गौरव हासिल है। इसने अपने 55 हजार किलोमीटर लम्बे आप्टिक फाइबर (ओ पी) नेटवर्क के जरिए देश के 7349 मे से अब तक 5700 रेल स्टेशनो को खुद के संचार से रेलवे को लैस कर दिया है। देश मे कुल 67368 किलोमीटर रेल ट्रैक पर दूरसंचार के मामले मे रेल टेल को ही अधिकार है।

रेल टेल ने देश मे सबसे पहले बंगलुरू रेल स्टेशन को 2015 मे पब्लिक वाई-फाई से लैस किया था।राष्ट्रीय स्तर पर फैले ओ पी नेटवर्क के जरिए यह 2 एम बी पी एस से लेकर 100 जी बी पी एस तक तेज स्पीड मुहैया कराने मे सक्षम है। रेल टेल रेलमार्ग पर ब्राडबैंड, मल्टी मीडिया नेटवर्क मुहैया करा रही है।

कंपनी के सचिवालय से ली गई जानकारी के अनुसार यह 6049 स्टेशनो को वीडियो सर्विलांस सिस्टम से लैस करने के लिए रेल टेल और रेल मंत्रालय के बीच एक समझ पत्र पर हस्ताक्षर भी किए जा चुके है। रेल मंत्रालय रेल टेल मे अपनी शेयर भागीदारी 27 प्रतिशत कम करेगा, वर्तमान मे इस कंपनी के 100 प्रतिशत शेयर जो राष्ट्रपति के नाम पर है, रेल मंत्रालय के पास है।

रेल टेल कार्पोरेशन की कुल चुकता शेयरपूजी 320 करोड़ 90 लाख रुपए है, जो 10 रुपए अंकित मूल्य के 32 करोड़ 9 लाख शेयरो मे विभक्त है। इसमे से 8 करोड़ 66 लाख शेयरो की बिक्री करने की योजनानुसार रेल टेल ने अपना प्रस्ताव  सेबी मे दाखिल कर दिया है। सेबी की मंजूरी के बाद संभवत: दीपावली के आसपास आईपीओ लाया जाएगा।

रेल टेल की वित्तीय विशेषता यह है कि यह कर्ज रहित है। वित्त वर्ष 2018-19 मे इसकी सकल आय 1038 करोड़ रुपए और इस पर लाभ 112 करोड़ रुपए हुआ था। बिना आडिट आकडो के अनुसार मार्च 2020 मे समाप्त वित्त वर्ष मे सकल आय 1243 करोड़ रुपए हुई।

प्रणतेश नारायण बाजपेयी