अब काशी में गंगा नदी में चलेगा 500 सीएनजी नावों का बेड़ा

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वाराणसी। वाराणसी में हो रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर के विकास के कामो के चलते यहाँ पर्यटकों की आमद दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। वाराणसी के सांसद होने के नाते वे अपने संसदीय क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों के सेहत का ख्याल रखने के लिए गंगा को प्रदुषण मुक्त कर रहे है।

पीएम 7 जुलाई को काशी के दौरे में गंगा नदी में 500 सीएनजी नावों का शुभारंभ करेंगे। जो पहले डीजल व पेट्रोल से चलती थी अब सीएनजी में तब्दील कर दी गई है। इस परियोजना से गंगा में बोटिंग करने वाले पर्यटकों को तेज आवाज और जहरीले धुंए का सामना नही करना पड़ेगा और घाट भी प्रदुषण मुक़्त रहेगा। नमो घाट पर ही दुनिया का पहला फ़्लोटिंग सीएनजी स्टेशन बनाया गया है। जो बाढ़ में भी तैरता हुआ काम करेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में डीजल व पेट्रोल से चलने वाली 500 बोट को सीएनजी में परिवर्तित कर दिया गया है। जिसकी लगात करीब 29.7 करोड़ आई है। वाराणसी स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट मैनेजर सुमन कुमार राय ने बताया कि सीएनजी से चलनी वाली बोट इको फ्रेंडली और क़रीब 50 प्रतिशत किफ़ायती है।

डीजल या पेट्रोल इंजन वाली छोटी बड़ी नाव पर करीब 2 से ढाई लाख़ की लागत आता है। गेल इंडिया कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी प्रोजेक्ट के तहत इस काम को कराई है। नमो (खिड़किया) घाट पर पानी में तैरता हुआ दुनिया का पहला जेटी पर सीएनजी फिलिंग स्टेशन बनाया गया है। इसकी ख़ासियत ये है की बाढ़ और तेज बहाव में भी बहेगा नही बल्कि पानी के साथ अपने को एडजस्ट कर लेता है।