लखनऊ अब बिहेवीयर साइंस, क्रिमिनल लॉ का रिसोर्स सेंटर भी बनेगा

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अमित शाह ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का शिलान्यास किया

खुलेंगे देश भर में अनेक फ़ोरेंसिक साइंस कॉलेज

लखनऊ। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज एक विशाल संकुल बनाकर आगे बढ़ेगा। आज इसका बीजारोपण हुआ है मगर जब यह वटवृक्ष होगा तब अनेक बच्चे यहाँ से अपना कैरियर बनाएँगे। अनेक बच्चे यहाँ अनुसंधान में हिस्सा लेकर न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश की क़ानून और व्यवस्था की रीढ़ बनने का काम करेंगे।

अमित शाह ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने वहाँ विश्व में अपनी तरह की सबसे पहली फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनाने का काम किया था। मेरा सौभाग्य था कि उस समय मैं राज्य का गृह मंत्री था और जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने 2019 में राष्ट्रीय फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनाई और गांधीनगर की यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय फलक पर पहुँचाने का काम किया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का शिलान्यास किया। गृह मंत्री ने एक पौधा भी लगाया। इसअवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

गृह मंत्री ने कहा कि लखनऊ में बनने वाले उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज पर क़रीब 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएँगे। साथ ही भारत सरकार ने यहाँ एक डीएनए  केन्द्र बनाने के लिए 15 करोड़ रूपये की राशि आवंटित की है जिससे यहाँ देश का सबसे आधुनिक डीएनए केन्द्र बनाया जाएगा।

अमित शाह ने कहा कि शुरुआत में इस इंस्टीट्यूट से हर साल क़रीब 150 छात्र ग्रेजुएट होंगे और यहाँ 350 से ज़्यादा फ़ैकल्टी होगी। यह संस्थान फ़ोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में शोध और अनुसंधान के साथ ही उसके प्रेक्टीकल एप्लिकेशन को समाहित करने वाला इंस्टीट्यूट बनेगा। यहाँ बिहेवीयर साइंस और सिविल तथा क्रिमिनल लॉ का एक रिसोर्स सेंटर भी बनेगा जो पूरे उत्तर क्षेत्र के सभी प्रदेशों में न्याय दिलाने के क्षेत्र में मदद करेगा। अमित शाह ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि योगी जी के नेतृत्व में यह इंस्टीट्यूट देशभर के पुलिस आधुनिकीकरण के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा।

अमित शाह ने कहा कि विकास की 44 योजनाओं में देश में सबसे आगे उत्तर प्रदेश है। उन्होंने कहा कि योजनाएँ बनाना बहुत सरल होता है लेकिन योजनाओं को भूमि पर उतारना, उन्हें लाभार्थी तक पहुँचाना, इनसे बिचौलियों को समाप्त कर देना और लाभार्थी को बिना किसी कष्ट व रिश्वत के योजनाओं का लाभ मिले ऐसा तंत्र बनाना बहुत ही कठिन है। योगी जी और उनकी टीम 44 योजनाओं में पूरे देश में सर्व प्रथम स्थान हासिल किया है और यह हम सबके लिए गौरव की बात है।

गृह मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर क्षेत्र में विकास किया है। चाहे औद्योगिक निवेश की बात हो, योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो, क़ानून व्यवस्था ठीक करना हो, गरीब किसान का ऋण माफ़ करना हो, चाहे गरीब किसान के अनाज का मूल्य बिचौलियों के बिना सीधे उसके बैंक खाते में डालने की बात हो, हर घर में शौचालय बनवाना हो, हर घरविहीन लोगो को घर देना हो, 1.47 करोड़ महिलाओं को गैस का सिलेंडर देना, बिजली पहुँचाने या फिर भ्रष्टाचार पर नकेल कसना हो हर क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने योगी जी के नेतृत्व में बहुत अच्छा काम किया है।

अमित शाह ने कहा कि 2013-2019 में छह साल तक उन्होंने उत्तर प्रदेश के हर ज़िले और तहसील का दौरा किया, इसलिए उन्हें पहले का उत्तर प्रदेश अच्छी तरह याद है। चाहे पश्चिम में भय के कारण लोग घर छोड़कर जा रहे हो, चाहे महिलाएँ अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हों, चाहे भूमाफ़िया ग़रीबों और सरकार की ज़मीन पर अवैध क़ब्ज़ा कर लेते हों, चाहे दिन दहाड़े गोलियाँ चलती हों या फिर दंगों से ग्रस्त उत्तर प्रदेश हो।

शाह ने कहा कि 2017 में उनकी पार्टी ने एक वादा किया था कि है कि हम उत्तर प्रदेश में क़ानून और व्यवस्था की स्थिति ठीक कर राज्य को एक विकसित प्रदेश बनाएँगे। गृह मंत्री ने कहा कि आज जब मैं 2021 में यहाँ खड़ा हूँ तो गर्व के साथ कह सकता हूँ कि योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम ने उत्तर प्रदेश की क़ानून व्यवस्था को देश में सबसे आगे ले जाने का काम किया है। इसी के परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था चार साल में 11 लाख करोड़ रूपये से बढ़कर 22 लाख करोड़ रूपये पर पहुँच गई हैं और देश में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि कोविड की दोनों लहरों में उत्तर प्रदेश शासन ने योगी जी के नेतृत्व में बहुत अच्छा काम किया है।

अमित शाह ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकारें जातियों और परिवारों के आधार पर नहीं चलती, अपने नज़दीकी लोगों के लिए काम नहीं करती बल्कि उनकी पार्टी की सरकारें देश के सबसे गरीब व्यक्ति के विकास और क़ानून व्यवस्था ठीक करने के लिए काम करती हैं। 22 करोड़ की आबादी वाले इतने बड़े प्रदेश में पिछली सरकार से मिली लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करना बहुत बड़ी ही उपलब्धि है। शाह ने कहा कि टीकाकरण में भी उत्तर प्रदेश सबसे पहले है। उत्तर प्रदेश अस्पतालों में बेड बनाने और टेस्टिंग में सबसे आगे होने के साथ ही राज्य के लोगों को सुरक्षा देने में भी सबसे आगे है।

गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में उनकी पार्टी की राज्य सरकारें जिस संवेदना के साथ जनहित का काम कर रही हैं उनमें उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि हमने वायदा किया था कि शासन किसी एक जाति या परिवार के लिए नहीं होगा बल्कि शासन सबके लिए होगा, शासन चंद बिल्डरों या धनी लोगों के लिए नहीं होगा बल्कि गरीब के लिए होगा। आज चार साल बाद मैं गर्व के साथ कह सकता हूँ कि हम इस दिशा में काफ़ी आगे बढ़े हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जी ने पूरे देश में क़ानून और व्यवस्था को मज़बूत बनाने की शुरुआत की है। गृह मंत्रालय ने मोदी जी के नेतृत्व में अनेक नई शुरुआत की हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो क़ानून व्यवस्था राज्य का विषय है लेकिन केंद्र कुछ ऐसी पहल कर रहा है जिससे समग्र देश की क़ानून व्यवस्था की स्थिति को मज़बूती मिल सके। नेशनल फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गुजरात से संबद्ध हो देशभर में अनेक फ़ोरेंसिक साइंस कॉलेज स्थापित होने जा रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि 2024 से पहले देश भर के आधे राज्यों में फ़ोरेंसिक साइंस कॉलेज की शुरुआत हो जाएगी। गृह मंत्री ने कहा कि हमारे देश में दोष सिद्धि का अनुपात अन्य देशों के मुक़ाबले काफ़ी कम है और इसका मुख्य कारण प्रोफ़ेशनल शिक्षा का अभाव है।

अमित शाह ने कहा कि फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी वैज्ञानिक आधार पर गुनहगारों की दोष सिद्धि में न्यायपालिका की मदद करेगी। गृह मंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इससे सजा दिलाने का अनुपात तो बढ़ेगा ही साथ ही अपराधों की दर भी घटेगी। मोदी जी के नेतृत्व में हमने 2020 में राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी भी शुरू की है। यह यूनिवर्सिटी भी देश भर के कॉलेजों को जोड़ने का काम करेगी जिससे हमें प्रशिक्षित मानव बल भी मिलेगा।

गृह मंत्री ने यह भी कहा कि आज की पुलिसिंग 20 साल पहले जैसी नहीं है,आज जाली नोट, नार्कोटिक्स, नार्को टेरर, आतंकवाद, साइबर अपराध, आर्थिक अपराध, हथियारों की तस्करी, गौ तस्करी जैसे अनेक अपराध आ गए हैं जिनसे लड़ने के लिए देशभर के पुलिस बल को आधुनिक बनाने की ज़रूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से गृह मंत्रालय ने नेशनल फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी की स्थापना की है।

अमित शाह ने कहा कि पुलिस दो ही कारणों से बदनाम होती है, नो एक्शन और एक्स्ट्रानेट एक्शन। नो एक्शन ठीक नहीं है क्योंकि अकर्मण्यता क़ानून व्यवस्था को ठीक नहीं कर सकती और एक्ट्रीम एक्शन भी ठीक नहीं है क्योंकि यह उसकी प्रतिक्रिया का निर्माण करता है। इसलिए पुलिस को इनसे निकल कर जस्ट एक्शन की दिशा में एक स्वभाविक प्रतिक्रिया की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। इसमें ये दोनों यूनिवर्सिटी बहुत बड़ा काम करेंगी।

अमित शाह ने कहा कि अधिकतर नेता बाढ़, कोरोना, किसानों का अनाज ख़रीदने, किसानों का ऋण माफ़, घरों में शौचालय बिजली, गैस पहुँचाने और छतविहिन ग़रीबों को घर देने के समय तो ग़ायब हो जाते हैं लेकिन चुनाव आते ही नए कपड़े पहन सामने आ जाते हैं।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2017 में हमने जो वायदे किए थे उन सबको पूरा कर हम 2024 में राज्य की जनता के सामने जाएँगे। उत्तर प्रदेश के लोगों ने दंगाविहीन राज्य की कल्पना भी नहीं की थी, युवाओं ने रोज़गार की कल्पना ही नहीं थी, व्यापारियों ने सफलता के साथ अनधिकृत टैक्स दिए बिना व्यापार की कल्पना नहीं की थी और उत्तर प्रदेश में इतने अधिक औद्योगिक निवेश के बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था। लेकिन योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे बदल कर राज्य को बहुत आगे बढ़ाया है।

अमित शाह ने कहा कि आज लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि भी है। आज़ादी के आंदोलन में तिलक महाराज के योगदान को देश की जनता, देश का इतिहास और आने वाली कई पीढ़ियाँ कभी भुला नहीं सकतीं। लोकमान्य तिलक पहले व्यक्ति थे जिन्होंने कहा था कि आज़ादी मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है। इस नारे ने अंग्रेज़ी शासन की नींव हिला दी थी। लोकमान्य तिलक और उनके समकालीन लाला लाजपत राय तथा बिपिन चंद्र पाल, लाल, बाल और पाल तीनों विभूतियों ने मिलकर पूरे भारत में जो आंदोलन खड़ा किया उसकी नींव पर आज हमारा देश स्वतंत्र बनकर दुनिया के सबसे विकसित देशों की दिशा आगे बढ़ रहा है।