लालू ने फोड़ा बम, एनडीए अगस्त में खतम

* विपक्ष का दिल है कि मानता नहीं * राजद सुप्रीमो लालू यादव का दावा केंद्र की कमजोर सरकार अगस्त तक गिर जाएगी, कार्यकर्ता चुनाव के लिए तैयार रहें * राहुल का दावा, हमने राम मंदिर आंदोलन के केंद्र अयोध्या में भाजपा को हराया, अब गुजरात में भी हराएंगे, लिख के ले लो * 4 जून को विपक्ष ने एनडीए सरकार गिरने के लिए 6 जुलाई की तारीख दी थी, अब नयी तारीख अगस्त हो गई है

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लखनऊ/नयी दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ शगूफे छोड़ने में लगा विपक्ष रोज नए-नए बोल लेकर सामने आता है। इस बार राजद सुप्रीमो लालू यादव ने नया बम छोड़ा है। उनका दावा है कि नरेंद्र मोदी की कमजोर एनडीए सरकार अगस्त में गिर जाएगी। ऐसे में या तो मध्यावधि चुनाव होंगे या फिर इंडी गठबंधन की सरकार बनेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा है। गत लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद 4 जून को विपक्ष ने बड़ा दावा करते हुए कहा था कि यह सरकार दो बैसाखियों पर टिकी है और 6 जुलाई आते-आते गिर जाएगी। और तब इंडी गठबंधन की सरकार बनेगी। यह मियाद पूरी होने पर 6 जुलाई शनिवार को राजद सुप्रीमो लालू यादव ने अब एक नई तारीख दे दी है। उनका कहना है कि कमजोर मोदी सरकार अगस्त महीने में गिर जाएगी। उधर कांग्रेस के सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का दावा है कि हमने राम मंदिर आंदोलन के केंद्र अयोध्या में भाजपा को हराया है, अब गुजरात में भी हराएंगे, लिख कर ले लो।

पटना में आयोजित राष्ट्रीय जनता दल के कार्यक्रम में लालू यादव ने दावा किया है कि केंद्र की कमजोर नरेंद्र मोदी सरकार अगस्त में गिर जाएगी। लालू यादव ने कहा कि यह भी हो सकता है कि नरेंद्र मोदी मध्यावधि चुनाव करा सकते हैं। लालू यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि राष्ट्रीय जनता दल अगला चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ेगी। सभी कार्यकर्ता चुनाव के लिए तैयार रहें। शिवसेना उद्धव गुट के प्रवक्ता संजय राउत का भी कहना है कि मैं बहुत गंभीरता से देख रहा हूं कि यह सरकार नहीं चलेगी। राहुल गांधी के नेतृत्व में जो तूफान चल रहा है उसका असर दिखेगा। उन्होंने फिर दावा किया कि नीतीश कुमार की पार्टी यह सरकार नहीं चलने देगी। लालू जी ने जो कहा है, सही कहा है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता घनश्याम तिवारी का कहना है कि भाजपा का इतिहास रहा है कि वह सहयोगी दलों को खा जाती है, और जब नीतीश कुमार जी को ये बात समझ में आ जाएगी, तब ये सरकार गिर जाएगी। वैसे भी जब से ये सरकार बनी है तब से कोई न कोई समस्या आ रही है। इससे लगता है कि यह सरकार नहीं चलेगी। उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी का कहना है कि जब तक सरकार के पास संख्या बल है तब तक सरकार चलेगी। पर एनडीए में अंतर्विरोध हैं लेकिन अभी सामने नहीं आ रहे हैं। और गठबंधन में शामिल दल जब तक साथ में रहते हैं तब तक गठबंधन की ही भाषा बोलते हैं। जब उनको गठबंधन तोड़ना होता है तो भाषा बदल जाती है। ऐसे में यही लगता है कि केंद्र की सरकार बहुत दिन चलने वाली है। कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सोशल मीडिया पर दिए एक संदेश के जरिए कार्यकर्ताओं को चुनाव एक और चुनाव के लिए तैयार होने के लिए सावधान कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम चुनाव हारे हैं, हिम्मत नहीं।

कांग्रेस नेता राहुल ने भी शनिवार को गुजरात में कहा कि भाजपा ने हमारी पार्टी का कार्यालय तोड़ा है, हम उनकी सरकार तोड़ देंगे। गुजरात के दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने अहमदाबाद में पार्टी जनों का हौसला बढ़ाते हुए यह बात कही। हमने उनको अयोध्या में हराया है और गुजरात में भी हराएंगे। इसके पूर्व उन्होंने हाथरस में शुक्रवार को दावा किया कि नरेंद्र मोदी को बीजेपी में कोई पसंद नहीं करता, पर सब उनका विरोध करने से डरते हैं। उनकी पार्टी के लोगों में दम नहीं है, इसलिए कोई विरोध नहीं कर सकता।

ध्यान देने वाली बात यह है कि इस मामले में लालू यादव और राहुल गांधी के बोल एक ही हैं। दोनों ही नेता कहते हैं कि नरेंद्र मोदी की सरकार कमजोर है। तेजस्वी यादव का भी कहना है कि हमें लगता है कि केंद्र की सरकार 5 साल पूरा नहीं कर पाएगी। और हम बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। तेजस्वी का दावा है कि लोकसभा अगर हम 10 सीट भी और जीत गए होते तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते। पर इसकी भरपाई हम अगले बिहार विधानसभा चुनाव में करेंगे।

18वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव के बाद गत 4 जून को जारी मतगणना परिणामों के बाद विपक्ष ने दावा किया था कि नरेंद्र मोदी की सरकार दो बैसाखियों जनता दल यूनाइटेड और तेलुगु देशम की बैसाखी पर टिकी है। यह सरकार 6 जुलाई आते-आते गिर जाएगी। पर अब उनकी दी गई तारीख 6 जुलाई को ऐसा कुछ होता दिख नहीं रहा है। इसलिए शायद लालू यादव ने अपने कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाए रखने के लिए एक नई तारीख का ऐलान कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि दरअसल लालू का यह बयान उनकी पार्टी की निराशा का प्रतीक है। वह अपनी पार्टी के लोगों को मनोवैज्ञानिक रूप से एक रखना चाहते हैं। जानकारों का मानना है कि सच्चाई तो यह है कि उनके ही दल में फूट पड़ने की आशंका है। इसलिए उनका ये बयान अपने लोगों को 2025 के विधानसभा चुनाव तक इंटैक्ट रखने की कवायद है। सूत्रों का कहना है कि वास्तव में इस बार एनडीए ने बिहार में 200 पार सीटें जीतने का नारा दिया है। इसीलिए बिहार में हिंदी गठबंधन इस नारे से घबराया हुआ है। गलत लोकसभा चुनाव के परिणामों को देखें तो एनडीए को अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में बढत मिली हुई है। इसीलिए राजद डरी हुई है।

लाल यादव के इस बयान पर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का कहना है कि यह लोगों को भ्रमित करने का प्रयास है। साथ ही अपने निराशा कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश है। लालू प्रसाद जी ऐसे ही 5 साल तक डेट पर डेट देते जाएंगे और सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर लेगी। इस बाबत विपक्ष की बातों में सच्चाई कुछ भी नहीं है। नरेंद्र मोदी सरकार 5 साल तक मजबूती से चलती रहेगी। लालू यादव के इस दावे पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा है कि लालू मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। नरेंद्र मोदी अगले 2029 के लोकसभा चुनाव में भी इंडी गठबंधन को धूल चटाएंगे।

लालू यादव के दावे पर एनडीए के गठबंधन साथी जनता दल यूनाइटेड के महासचिव के सी त्यागी का कहना है कि लालू जी यह बहुत बचकाना बयान है। उनकी स्मरण शक्ति कमजोर हो गई है। वे सिर्फ एक मनोवैज्ञानिक प्रयास कर रहे हैं। यह सरकार कार्यकाल पूरा करेगी। और हमारा आपस में कोई मतभेद नहीं है। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन का कहना है कि लालू यादव का यह बयान इस साल का सबसे बड़ा मजाक है। नरेंद्र मोदी सरकार 5 साल तक चलेगी। केंद्रीय मंत्री और जदयू नेता ललन सिंह का कहना है कि लालू प्रसाद और कांग्रेस को अहंकार हो गया है। और हम विधानसभा चुनाव में उनका यह अहंकार तोड़ेंगे। ये लोग लोकतंत्र को तार तार करने का काम करते हैं, इसलिए हमें भी आक्रामक होकर उनका विरोध करना है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि लालू यादव से कमजोर कोई नेता नहीं है। उनको तो नीतीश कुमार का पैर छूना चाहिए जिन्होंने 2020 के विस चुनाव में में उन्हें कुछ सीटें दिला दी थीं। इस बार वह भी नहीं आने वाली हैं, वे 20-22 सीटों पर जाकर सिमट जाएंगे। इस बारे में भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी का कहना है कि मुझे लगता है कि अपने गठबंधन को बचाने के लिए ही ये सारे प्रयास किये जा रहे हैं। असल में बिहार में उनका गठबंधन ही खतरे में है। इसीलिए वे इस तरह के बयान दे रहे हैं।

अपनी सरकार की मजबूती के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि हमने तीसरी बार मजबूत बहुमत की सरकार बनाई है। तो किस आधार पर विपक्ष कह रहा है कि हम चुनाव हार गए। विपक्ष झूठ बोल रहा है। सच्चाई यह है कि इस समय 22 राज्यों में हमारे गठबंधन की सरकारें हैं। हमारा प्री पोल अलायंस है और हम चौथे टर्म में भी प्रवेश करेंगे। विपक्ष अपने कार्यकर्ताओं को संतोष देने के लिए इस तरह के बयान देता रहेगा, उनकी मजबूरी है। दूसरी ओर राजनीतिक समीक्षकों का कहना है कि जनता दल यूनाइटेड में संजय झा के कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा के जदयू से संबंध और अच्छे हो गए हैं। क्योंकि संजय झा पहले भाजपा में ही थे और अरुण जेटली के खास हुआ करते थे। यानी भाजपा ने जदयू में अपनी मजबूत पैठ बना ली है। ऐसे में भाजपा को कम से कम नीतीश कुमार से कोई खतरा नहीं दिखता। और तेलुगू देशम पार्टी भी ने भी अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है या कोई कदम नहीं उठाया है जिससे उनकी नीयत पर सवाल उठाया जाए। ऐसे में यही लगता है कि लालू प्रसाद यादव का यह बयान कार्यकर्ताओं को तसल्ली देने के लिए सामने आया है।

अभयानंद शुक्ल
राजनीतिक विश्लेषक