लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आपदा काल में आम लोगों के साथ खड़े हैं। वह, रोज कमाने खाने वाले, पटरी दुकानदार, दैनिक मजदूर और फैक्ट्रियों में काम करने वाले कर्मचारियों को ध्यान में रखकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। इसीलिए उन्होंने इस बार प्रदेश में पूर्णत: लॉकडाउन न लगाकर आंशिक कोरोना कर्फ्यू लागू किया, ताकि लोगों के जीवन के साथ जीविका को भी बचाया जा सके।
देश का उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जहां आंशिक कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया है। जबकि अन्य राज्यों में पूर्णत: लॉकडाउन है। इसके बावजूद सरकार ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े हर व्यक्ति का न सिर्फ ख्याल रखा, बल्कि उन्हें अधिक से अधिक राहत पहुंचाने की कोशिश भी की। आपदाकाल में सभी प्रदेशवासियों के भरण-पोषण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से मई और जून माह में निशुल्क राशन वितरण किया जा रहा है, जबकि राज्य सरकार द्वारा जून, जुलाई और अगस्त माह में निशुल्क राशन वितरण किया जाएगा। प्रदेश में 14 करोड़ 71 लाख 85 हजार 952 लाभार्थियों को राशन दिया जा रहा है। इसमें पांच किलो प्रति यूनिट (तीन किलो, गेहूं और दो किलो चावल) निशुल्क दिया जा रहा है।
6,39,938 मीट्रिक टन राशन निशुल्क : सीएम योगी ने सभी राशन की दुकानों पर एक-एक नोडल अधिकारी तैनात करने और कहीं भी घटतौली न होने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में 20 मई से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत निशुल्क राशन का वितरण किया जा रहा है और 28 मई तक 3,59,47,971 राशन कार्डों के सापेक्ष 3,02,27,013 राशन कार्ड होल्डरों को निशुल्क राशन दिया गया है। कुल 14,78,92,300 यूनिट्स में से 12,79,87,725 लोगों को 6,39,938 मीट्रिक टन राशन निशुल्क दिया गया है। यह कार्य निरंतर जारी है।
रोज कमाने और खाने वालों को दिए जा रहे फूड पैकेट्स : प्रदेश में जरूरतमंदों के लिए सरकारी और निजी संस्थाओं के सहयोग से 413 कम्यूनिटी किचन संचालित किए जा रहे हैं और रोजाना करीब 42 हजार से ज्यादा फूड पैकेट्स बांटे जा रहे हैं। सरकार की ओर से सभी जिलों में कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को फूड पैकेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। ये फूड पैकेट्स उन जरूरतमंदों को दिए जा रहे हैं, जो रोज कमाने और खाने वाले हैं। कंटेनमेंट ज़ोन में डोर स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था की गई है।
गरीबों को मिलेगा एक हजार रुपए भरण पोषण भत्ता : सीएम योगी ने आंशिक कोरोना कर्फ्यू के दौरान रोज कमाने और खाने वाले पटरी दुकानदारों, दैनिक मजदूरों और श्रमिकों को पिछले साल की तरह इस साल भी प्रति माह एक हजार रुपए का भरण पोषण भत्ता देने की घोषणा की है। ऐसे करीब आठ लाख 80 हजार पटरी दुकानदारों को एक हजार रुपए मिलेंगे। इसके लिए सात सौ करोड़ की मंजूरी दी गई है। यह सौगात मुख्यमंत्री की ओर से एक जून को दी जाएगी।
उद्योग भी चले और कर्मचारियों का भी नहीं हुआ नुकसान : प्रदेश में करीब साढ़े आठ लाख उद्योग पंजीकृत हैं और इनमें 80 लाख लोग काम करते हैं। ऐसे ही करीब 80 लाख उद्योग अपंजीकृत हैं और इनमें दो करोड़ लोग काम करते हैं। कोरोना काल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीवन और जीविका को बचाने के लिए आंशिक कोरोना कर्फ्यू लागू किया, जिस कारण नियमों का पालन करते हुए उद्योग भी चले और कर्मचारियों को भी नुकसान का सामना नहीं करना पड़ा।