लखनऊ। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने आठ साल पूरे कर लिए हैं। इस उपलक्ष्य में प्रदेश के हर जिले में कार्यक्रम भी आयोजित हो रहे हैं। भाजपा जहां इसे अपनी सफल रणनीति के चलते आया सुशासन मान रही है वहीं विपक्ष इस कार्यकाल को युवाओं, पिछड़ों, दलितों और महिलाओं के लिए काला अध्याय मान रहा है। बीते लोकसभा के चुनाव में कमजोर प्रदर्शन के बाद योगी आदित्यनाथ की यूपी से विदाई की चर्चाएं भी उठीं किंतु संघ के समर्थन ने उन्हें संजीवनी प्रदान की। और उसके बाद वे फिर एक मजबूत नेता के रूप में उभर कर सामने आए। यहां तक की सारे विरोधी चाहे वे पार्टी के अंदर हों या पार्टी के बाहर नतमस्तक भी हुए। इस कार्यकाल पर विपक्ष का आरोप है कि अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं, नौकरियां नहीं है, किसानों के साथ अन्याय हो रहा है।
इसके उलट योगी सरकार इसे अपना सफल कार्यकाल मान रही है। सरकार अपने काम गिनाते हुए कहती है कि उसने सनातनियों का खोया स्वाभिमान लौटाया है, उन्हें एकजुट किया है, गरीबों को राशन दिया है, महिलाओं को सिलेंडर दिया है। इसके अलावा दलितों, पिछड़ों और महिलाओं में सुरक्षा का भाव पैदा किया है। दोनों पक्षों के अलग-अलग दावे-प्रतिदावे हैं। किंतु यह तो सच है कि योगी सरकार के कार्यकाल में दंगे कम हुए हैं, महिलाओं के साथ अन्याय कम हुए हैं, कानून का शासन कायम हुआ है। और इस दौरान सनातन का स्वाभिमान लौटा है। साथ ही वह संभल जिसे कल्कि अवतार का स्थान माना जाता है, वहां डेमोग्राफी चेंज के बावजूद अब सनातन की गूंज दिखाई दे रही है, घंटे-घड़ियाल की आवाज सुनाई दे रही है, होली पर उल्लास दिखाई दे रहा है। और अब हिंदुओं के त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाए जा रहे हैं। पर ये भी सच है कि हिंदू आस्था को बनाए रखने के लिए प्रशासन को पुलिस की मजबूत तैनाती करनी पड़ रही है। अब योगी की टीआरपी यह है कि योगी मॉडल की सराहना पूरे देश में हो रही है। और अब तो उसकी राह पर उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, दिल्ली और असम जैसे राज्य भी चलने लगे हैं। अब देश में इफ्तार की दावत के साथ नवरात्र में फलाहार के दावत की भी परंपरा शुरू हो रही है। जहां दिल्ली की नई भाजपा सरकार ने नवरात्र में फलाहार की व्यवस्था का संकल्प लिया है, वहीं पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुवेंदु अधिकारी ने रामनवमी के उपलक्ष में कई छोटी-छोटी यात्राएं करने और फलाहार का इंतजाम करने का ऐलान किया है। और यह सब योगी मॉडल का परिणाम है, इन सबको योगी की कार्यप्रणाली से प्रेरणा मिली है। यही नहीं योगी मॉडल को जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का समर्थन प्राप्त है, वहीं मोदी सरकार भी समर्थन करती है। साथ ही योगी सरकार ने इस बार प्रयागराज महाकुंभ में स्नानार्थियों के आने की संख्या का इतिहास कायम कर उनकी संख्या को 66 करोड़ से अधिक पर पहुंचा कर सनातनियों को एकजुट करने का भी काम किया है। प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने वाले सिर्फ यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात या अन्य हिंदी भाषी प्रदेशों से नहीं आए बल्कि ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल, लालू यादव के बिहार, चंद्रबाबू नायडू के आंध्र प्रदेश, स्टालिन के तमिलनाडु, अब्दुल्ला के जम्मू-कश्मीर समेत देशभर के सनातनी और गैर सनातनी रहे।
एक आंकड़े के अनुसार इस महाकुंभ के जरिए प्रदेश सरकार को 54000 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति हुई है, जबकि 335000 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है। प्रयागराज महाकुंभ के साथ अयोध्या, काशी, मथुरा, विंध्याचल और नैमिषारण्य आदि तीर्थ भी श्रद्धालुओं की आमद से गुलजार रहे। हालांकि महाकुंभ के आयोजन को लेकर योगी सरकार पर सवाल भी उठे। सपा समेत पूरा विपक्ष व्यवस्थाओं को लेकर योगी सरकार पर हमलावर रहा। किंतु अगर मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ की घटना को छोड़ दें तो महाकुंभ एक सफल आयोजन कहा जाएगा। महाकुंभ में आग लगने की कई घटनाएं हुई किंतु सभी मौकों पर अग्निशमन दस्ते ने पहुंचकर तुरंत आग पर काबू पाया। और आग के चलते कोई जनहानि नहीं होने पाई। महाकुंभ को लेकर गलत बयानबाजी करने वालों में ममता बनर्जी ने कहा कि यह महा कुंभ नहीं मृत्यु कुंभ है, लालू प्रसाद यादव ने कहा यह महाकुंभ फालतू है, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कुंभ में नहाने जाने से क्या गरीबी मिट जाएगी और अखिलेश यादव ने तो संगम के पानी को गंदा ही कह दिया। इसके बावजूद सनातनियों का रेला रुका नहीं और संख्या 66 करोड़ के पार हो गई।
योगी सरकार के 8 साल का रिपोर्ट कार्ड पेश हुआ : सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए बताया गया कि योगी आदित्यनाथ 2017 में पहली बार और 25 मार्च 2022 को दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। सरकार ने सोमवार 24 मार्च को अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को पत्रकारों के जरिए जनता से साझा किया। इस मौके पर योगी ने कहा कि इस समय प्रदेश की कानून-व्यवस्था एकदम चाक-चौबंद है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी चमक रही है। सीएम योगी ने इस दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला। पूर्ववर्ती सरकारों की कमियां गिनाकर उन्होंने उन पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति सबके सामने थी। हर व्यक्ति जानता है कि हर दूसरे और तीसरे दिन एक दंगा होता था। यहां न बेटी सुरक्षित थी और न व्यापारी। प्रदेश के बारे में परसेप्शन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि युवा अपनी पहचान के लिए मोहताज था। आज कानून-व्यवस्था ने लंबी छलांग लगाई है। प्रयागराज महाकुंभ इसका उदाहरण है। योगी ने कहा कि 8 साल पहले उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्यों में गिना जाता था, लोग इसे केवल श्रम-शक्ति के रूप में जानते थे। लेकिन आज ये देश के आर्थिक विकास के ग्रोथ इंजन के रूप में उभरा है।
लेकिन विपक्ष तो विपक्ष है, वह सरकार के दावों पर क्यों भरोसा करेगा। ऐसे में विपक्ष ने योगी सरकार की उपलब्धियों को फर्जी दावा करार दिया है। एक तरफ योगी सरकार के दावे हैं तो दूसरी ओर उन दावों पर विपक्ष के सवाल हैं। विपक्ष का कहना है कि योगी सरकार ने 8 सालों में साढे आठ लाख युवाओं को नौकरी का दावा किया था लेकिन बेरोजगारी कहां खत्म हुई है। इसी कारण समाजवादी पार्टी के सांसदों ने संसद परिसर में यूपी की कानून-व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन भी किया। सपा नेता अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि आठ साल, यूपी बर्बाद और सवाल ही सवाल। वैसे तो यूपी में विधानसभा चुनाव दो साल बाद होने हैं किंतु तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं। ऐसे में दोनों ओर से जोर आजमाइश जारी है।
बूथ स्तर तक संवाद कर उपलब्धियां बताएगी पार्टी : उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार के आठ साल पूरे होने पर राजधानी लखनऊ में कई जगहों पर योगी सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी की तस्वीरें हैं। बीजेपी ने योगी सरकार के आठ साल पूरे होने पर प्रदेशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों में लोगों को सरकार द्वारा किए गए कामों की जानकारी दी गई। इसके लिए सभी 75 जिलों में मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई। ये कार्यक्रम सरकार के सेवा, सुरक्षा, सुशासन के आठ सालों की थीम पर केंद्रित किया गया है। इसके लिए प्रदेश भर में 24 मार्च से 14 अप्रैल तक कार्यक्रम होगा। इस दौरान जिला स्तर पर कार्यशालाएं होंगी, लोगों से संवाद किया जाएगा। इस अभियान के प्रदेश संयोजक गोविंद नारायण शुक्ल ने बताया कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह की अगुवाई में सारे कार्यक्रम होंगे। इसमें प्रदेश स्तर पर महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल, प्रदेश उपाध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, प्रदेश मंत्री शंकर गिरि, मीना चौबे, अमित वाल्मीकि, बसंत त्यागी और शिवभूषण सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र व जिलास्तर पर लाभार्थी मेले आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा विधानसभा स्तर पर विकास गोष्ठियां की जाएगी। भाजपा युवा मोर्चा बाइक रैली के जरिए सरकार की उपलब्धियों को प्रचारित करेगा। इसके अलावा प्रबुद्ध वर्गों और
महिला मोर्चा के साथ भी संवाद किया जाएगा। इसके अलावा 14 अप्रैल को डॉ भीम राव अंबेडकर की जयंती पर बूथ स्तर पर स्वच्छता कार्यक्रम किए जाएंगे। इस दौरान भाजपा सरकार के सामाजिक न्याय व सामाजिक समरसता के लिए किए गए कामों पर भी चर्चा होगी।
योगी सरकार की उपलब्धियां : सुरक्षा व्यवस्था
* पीएसी की 54 कंपनियां पुनर्जीवित, दो महिला कंपनियां भी बनाई गईं
* पूरे राज्य में 11 लाख सीसीटीवी कैमरे लगे
* 2.16 लाख से ज्यादा पुलिसकर्मियों की भर्ती
* सभी जिलों में पुलिस लाइन
* 60,244 नयी सिपाही भर्ती की ट्रेनिंग
रोजगार
* 2016 में बेरोजगारी दर 18%, अब 3%
* 8.5 लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी
* 1.38 लाख महिलाओं को सरकारी नौकरी
गो-पालन
* निराश्रित गोवंश के लिए 7700 से अधिक गो-आश्रय स्थल
* 1.5 लाख पशुपालकों को 1.63 लाख गोवंश दिए गए
* पशुपालकों को प्रति गोवंश 1500 रुपए दिए जा रहे हैं
चीनी मिल
* 3 नई चीनी मिलों की स्थापना, बंद पड़ीं 6 मिलें फिर से शुरू
* 38 मिलों का विस्तार
* इस वक्त कुल 122 चीनी मिल
स्वास्थ्य सेवा
* 2017 तक सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज
* 8 सालों में 80 मेडिकल कॉलेज बने
* 44 सरकारी और 36 निजी मेडिकल कॉलेज
अर्थव्यवस्था
* यूपी की अर्थव्यवस्था नंबर 2 पर
* आज यूपी रेवेन्यू सरप्लस राज्य
कृषि
* 2016-17 तक कृषि की दर 5% के आस-पास थी, आज कृषि की दर 13.5% से ज्यादा
* प्रदेश की जीडीपी में 28% की बढ़ोतरी
* 32 लाख हेक्टेयर से ज्यादा भूमि बाढ़ से बचाई गई
पर्यटकों को यूपी पसंद
* 64.90 करोड़ (2024)
* 2023: 48 करोड़ (2023)
* 1 साल में इजाफा: 17 करोड़
विदेशी पर्यटकों की पसंद
* 22,69,067 विदेशी पर्यटक (2024)
* 16,01,503 विदेशी पर्यटक (2023)
* 1 साल में इजाफा: 7 लाख
अयोध्या में बढ़े पर्यटक
* रामलला विराजमान का असर
* 16.44 करोड़ (2024)
* 5.75 करोड़ (2023)
* 1 साल में इजाफा: 10.68 करोड़
2025: महाकुंभ में जनसैलाब
* महाकुंभः 66 करोड़ श्रद्धालु आए
* दूसरे धार्मिक स्थलों पर भी रही भीड़
हिन्दू सुरक्षित होगा तभी मुस्लिम भी सेफ- सीएम : अपनी सरकार के 8 साल पूरा होने के बाद अपने एक साक्षात्कार में योगी का कहना है कि देश में हिंदू सुरक्षित है, तभी मुसलमान भी सुरक्षित है। योगी के इस बयान का समर्थन गृहमंत्री अमित शाह ने भी संसद में दिए एक बयान में कर दिया है। योगी ने कहा कि यूपी में 100 मुस्लिम की जगह 50 हिंदू सुरक्षित नहीं हैं लेकिन 100 हिंदुओं के बीच एक मुस्लिम जरूर सुरक्षित है, क्योंकि दोनों की मानसिकता में फर्क है। असदुद्दीन ओवैसी के आरोपों पर सीएम योगी का कहना है कि भाजपा मस्जिद पर कब्जा करके क्या करेगी, इस बारे में मुस्लिम नेता दुष्प्रचार कर रहे हैं। परंतु वक्फ के नाम पर जमीन कब्जा करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती। वैसे भी इस समय वक्फ बोर्ड द्वारा वेलफेयर का कोई काम नहीं किया जा रहा है। बुलडोजर एक्शन को दबंग स्टाइल का नाम देने पर योगी ने कहा यह दबंग स्टाइल नहीं, हमारे सनातन की पुरानी स्टाइल है। इसके अलावा जो भी बेटियों और व्यापारियों के खिलाफ काम करेगा तो उसके ऊपर जाने का भी रास्ता खुला है।
संभल के बारे में सवाल किए जाने पर सीएम ने कहा कि संभल में हिंदुओं के 68 तीर्थ हैं, जिनमें से 54 की पहचान कर ली गई है, बाकी की पहचान की जा रही है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि सालार मसूद गाजी आक्रांता था, उसका महिमा मंडन नहीं होना चाहिए। क्योंकि उसने भारतीय संस्कृति का अपमान किया, बहन बेटियों की इज्जत लूटी। ऐसे में हम उनका सम्मान नहीं कर सकते, और ऐसा होना भी नहीं चाहिए।
अभयानंद शुक्ल