करौंदा खाने के फायदे जानकर आप चौंक जाएंगे

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करौंदा एक ऐसा नाम है, जिसको सुनते लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। बारिश का मौसम होता है। छोटा छोटा सा लाल गुलाबी रंग का करौंदा दिखाई पड़ने लगता है। समानता: करौंदा सब्जी, अचार, मुरब्बा बनाया जाता है। करौंदा बहुत ही लाभदायक है… सेहत के लिए लिए गुणकारी है। करौंदे का पेड़ एक कांटेदार झाड़ी के रूप में होता है। यह पहाड़ी जगह पर ज्यादा पाया जाता है।

करौंदा के पेड़ की ऊंचाई ज्यादा नहीं 6-7 फिट होती है। करौंदे के पेड़ के पत्ते गोल और थोड़े मजबूत होते हैं, साथ-साथ इसके कांटे भी होते हैं। इसमें छोटे सफेद गुलाबी रंग के फूल निकलते हैं। जिसकी खुशबू बहुत ही अच्छी होती है।

करौंदे छोटे गोल और जब कच्चे होते हैं.. हरे रंग के होते हैं.. जैसे यह थोड़ा सा फल पकने लगता है तो सफेद और गुलाबी रंग का हो जाता है। इसका आकार अंडाकार होता है और इसके कभी-कभी फल बैग और लाल रंग के भी होते हैं। जैसे जैसे फल पकता है, उसके अंदर बीज बन जाते हैं, बहुत ज्यादा नहीं चार या पांच बीज होते हैं। करौंदे की जड़ फल और पत्ता बहुत फायदेमंद होता है। करौंदा का वानास्पतिक नाम Carissa carandas L. (कैरिसा कैरेन्डास) Syn-Carissa salicina Lam होता है।

करौंदा के फायदे : करौंदा बहुत सेहतमंद फल होता है। इसके अंदर भरपूर मात्रा में प्रोटीन, आयरन, विटामिन सी, कैल्शियम फास्फोरस भी होता है। करौंदे में बहुत औषधि के गुण होते हैं, इसकी प्रकृति अम्लीय होती है। करौंदे खाने से हमारे दांत और मसूड़े बहुत मजबूत होते हैं और मसूड़े स्वस्थ भी रहते हैं। हमारे दांतो में आने वाली बदबू या पायरिया रोग इससे दूर हो जाता है। एक छोटा सा फल हमारे दांतो को स्वस्थ रखने में सहायता करता है। करौंदे के अंदर विटामिन सी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो हमारे दांत को सुरक्षित रखने में बहुत सहायक है। करौंदा खाने से पेट की बीमारी भी दूर होती है।

कई लोगों को गैस, कब्ज, एसिडिटी की परेशानी होती है। इसे खाने से यह परेशानी दूर होती है। साथ साथ जब हमें डायरिया हो जाता है, करौंदा खाने से यह परेशानी दूर होती है और यह हमारी आंतों को स्वस्थ रखने में यह बहुत फायदेमंद होता है। इसका स्वाद खट्टा होता है, जो पाचन क्रिया में होने वाली जलन को कम करता है। यह छोटा सा नन्हा सा बीज हमारे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में बहुत सहायक है। यह हमारे शरीर के कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है। हृदय संबंधित बीमारियों से हमें बचाता है।

यह एक इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में भी काम का है। यह हमारे शरीर के अंदर आयरन की मात्रा को बढ़ाता है। जिससे हीमोग्लोबिन और खून की कमी का रोग नहीं होता। जिनका मोटापा बहुत ज्यादा बढ़ रहा होता है, उन लोगों को वजन कम करने में यह बहुत मददगार साबित होता है। इस करौंदे में  फाइबर की मात्रा बहुत होती है, जो हमारे शरीर के वजन को कम करने में बहुत सहायक है। करौंदे के फल और जड़ को पीसकर लगाने पर हमारी त्वचा के रोग दूर होते हैं।

गांव में जब किसी को बिच्छू या ऐसा कोई कीड़ा काट लेता है.. जिसे जहर फैलता है तो तुरंत इसके पत्तों को पीसकर लगा लिया जाता है। जिससे जहर का असर कम हो जाता है या खत्म हो जाता है। करौंदे को कई रूपों में खाया जाता है, इसमें कई सारे पोषक तत्व भी होते हैं। करौंदे का जूस भी बनाया जाता है। जिसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है और उसमें पेट की जलन को कम करने की क्षमता होती है। रोजाना घर में करौंदे का अचार, सब्जी या चटनी बनाकर खाया जाता है। इसे पराठा, पूरी या रोटी के साथ खाया जा सकता है।

भारतीय व्यंजनों में कम से कम 92 तरह की करोंदे की सब्जी, अचार, चटनी डिशेस बनती है। प्रकृति का एक अनूठा वरदान ही है करौंदा जो छोटा सा एक नन्हा सा फल होते हुए भी हमारे लिए कितना लाभकारी है।

सीमा मोहन