सिद्धिका, बारबेक, राजापलयम में निवेश का मौका

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इस सप्ताह सिद्धिका कोटिंग्स लिमिटेड और बारबेक नेशनल हाॅस्पिटलिटी लिमिटेड वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए पहली बार पूंजी बाजार में उतर रही हैं। रैमको समूह की राजा पलयम मिल्स लिमिटेड राइट इश्यू के जरिए अपने मौजूदा शेयर धारकों से पूंजी जुटाने के लिए मैदान में आ गई है। ये तीनों कंपनियां कुल 527.52करोड़ रु उठाना चाहती हैं।

दिल्ली की एसएमई सिद्धिका कोटिंग्स का आईपीओ 24 मार्च को खुलेगा। सिद्धिका बिज़नेस प्रा. लि. ने वर्ष 2010 में इसकी स्थापना की थी, यह पिगमेंट और कोटिंग के क्षेत्र में सक्रिय जापानी कंपनी एसकेके लि. की प्रमुख सप्लायर है। एसकेके ब्रांड नाम से यह सार्वजनिक उपक्रमों, रीयल एस्टेट सहित कई क्षेत्रों में अपने उत्पादों की आपूर्ति करती है। सिद्धिका 57 रु के मूल्य पर कुल 8.24 लाख शेयरों के जरिए 4.70 करोड़ रु उठाने के लिए 24 से 26 मार्च तक आईपीओ को खुला रखेगी। निवेशक न्यूनतम 2000 शेयरों के लिए114000 रु के भुगतान के साथ आवेदन कर सकते हैं। कंपनी के शेयरों को एनएसई के इमर्ज प्लेटफाॅर्म पर सूचीबद्ध किया जाएगा। सिद्धिका ने 2018-19 में 32 करोड़ रु की आय पर 3.5 करोड़ रु कर बाद लाभ अर्जित किया था लेकिन 2019-20 में आय और लाभ दोनोें में गिरावट आई, आय 30 करोड़ और लाभ 2.95 करोड़ रह गया। 2020-21 की पहली छमाही में मात्र 6.14 करोड़ की आय पर सिर्फ 20 लाख रु कर बाद लाभ हो पाया, तेज गिरावट का कारण कोविड बताया गया।

बारबेक नेशनलहाॅस्पिटलिटी लिमिटेड : बारबेक नेशनलहाॅस्पिटलिटी लिमिटेड बंगलुरू की है, 2006 में स्थापित की गई थी, यह चेन के तहत देश के 73 शहरों में 138 रेस्ट्राॅं चलाती है। इसने हाल ही से ‘रेड एपल’ ब्रांड नाम से बंगलुरू और दिल्ली में इटालवी रेस्ट्राॅं चलाना शुरू किया है। प्रमोटर कयूम धनानी, रऊफ़ धनानी, सुचित्रा धनानी और सायाजी होटल्स हैं। इनके पास कंपनी के 60.24 फीसद शेयर हैं। कंपनी में नामी निवेशक राकेश झुनझुनवाला की निवेश फर्म एल्केमी कैपिटल की 2.05फीसद हिस्सेदारी और प्राइवेट इक्विटी फर्म सीएक्स पार्टनर्स की 33.79 फीसद है। बारबेक पांच रु अंकित मूल्य वाला शेयर 498-500 रु में देगी। नए शेयरों से 180 करोड़ रु और आॅफर फाॅर सेल से 272.87 करोड़ रु जुटाना चाहती है। न्यूनतम 30 शेयरों के लिए 15000 रु के भुगतान के साथ निवेशक आवेदन कर सकते हैं। आईपीओ 24-26 मार्च तक खुला रहेगा। शेयरों को बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध किया जाएगा।

दो खास बातें हैं जिन्हें समझना जरूरी है। 1- बारबेक ने 2017 में आईपीओ लाने को नियामक सेबी से अनुमति मांगी थी। पर पूर्व में कंपनी द्वारा किए गए नियम उल्लंघनों की वजह से सेबी की मंजूरी नहीं मिली थी। कंपनी ने दोबारा कोशिश की बताया गया कि बाजार हालात माफिक नहीं थे। 2-बारबेक पिछले कई सालों से लगातार घाटा दे रही है। 2017-18, 2018-19 और 2019-20 अर्थात 36 महीनों में हुए कुल घाट से भी ज्यादा घाटा चालू वित्तीय वर्ष‌‌‌ के पहले छः महीनों (2020 अप्रैल से सितंबर तक) में 100.6 करोड़ रु का हुआ। ज्वलंत प्रश्न है – कंपनी कब तक और कैसे सरवाइव कर पाएगी। निवेशकों को तय करना है कि ५ रु का शेयर 498-500 रु में खरीदना हित में होगा या नहीं। बारबेक ने 2018-19 में आय तो 743 करोड़ रु दर्शाई पर घाटा 38 करोड़ से ज्यादा, 2019-20 में आय 859करोड़ पर पहुंचा दी घाटा 33 करोड़ रु, बीती छमाही में आय 237करोड़ और घाटा हुआ 100.60 करोड़।

राजापलयम मिल्स : राजापलयम मिल्स का राइट इश्यू 15 से 30 मार्च तक खुला रहेगा। दक्षिण भारत के रामको समूह की यह कंपनी काॅटनयार्न की चार स्पिनिंग मिलें और मर्सराइज़ फैब्रिक की एक फैक्ट्री चलाती है। इसके अलावा अपने विंडफार्म से 35.15 मेगा वाट बिजली का उत्पादन करती है। तमिलनाडु की यह कंपनी अपने टेक्सटाइल उत्पादों का निर्यात भी कर रही है। यह आधुनिकीकरण और क्षमता विस्तार के लिए अपने शेयर धारकों से 69.95 करोड़ रु जुटाने के प्रयास में है। प्रति ६ शेयरों पर १ राइट शेयर (अंकित मूल्य10रु) के अनुपात में 569रु की दर से कुल 1229360 शेयर एलाॅट किए जाएंगे। राजा पलयम मिल्स की लिस्टिंग बीएसई में है।

प्रणतेश नारायण बाजपेयी