50 साल से ऊपर वाले 70% लोग हुए कोरोना का शिकार

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• बदलते मौसम में रखें बुजुर्गों का खास ख्याल • स्वास्थ्य विभाग के इस आंकड़े के बाद बुजुर्गों को और सतर्कता बरतने की जरूरत

लखनऊ। प्रदेश में अब तक कोरोना से हुई कुल मौतों में 70 फीसदी से अधिक 50 साल से अधिक उम्र वालों की संख्या रही है। स्वास्थ्य विभाग के इस खुलासे के बाद बुजुर्गों को निश्चित तौर पर अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सूबे में अब तक कोरोना संक्रमण से कुल 7817 मौतें हुईं हैं। इसमें 0-10 आयु वर्ग के 0.82 प्रतिशत, 11-20 आयु वर्ग के 1.36 प्रतिशत, 21-30 आयु वर्ग के 4.41 प्रतिशत, 31-40 आयु वर्ग के 8.33 प्रतिशत और 41-50 आयु वर्ग के 14.70 प्रतिशत लोगों की मृत्यु हुई है।

उन्होंने बताया कि सबसे अधिक मौतें 50 साल से अधिक आयु ग्रुप की हुई है। 51-60 आयु वर्ग के 25.01 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 45.38 प्रतिशत लोगों को कोरोनाकाल में अपनी जान गंवानी पड़ी है। इस तरह 51 से अधिक आयु वर्ग के 70.39 प्रतिशत लोग संक्रमण के बाद मौत का शिकार हुए हैं।

सूबे की 60 प्रतिशत आबादी तक पहुंची सर्विलांस टीम: अमित मोहन ने बताया कि राज्य में सर्विलांस का कार्य बेहद तेजी से जारी है। अब तक राज्य की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी तक स्वास्थ्य विभाग की टीमें पहुंच चुकी हैं। उन्होंने बताया कि सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,67,475 क्षेत्रों के 2,97,97,148 घरों के 14,55,51,776 लोगों का सर्वेक्षण किया जा चुका है।

चिह्नित स्थानों की फोकस टेस्टिंग 4 से 10 तक: उन्होंने बताया कि इसके साथ ही प्रदेश के सभी जनपदों में संक्रमित क्षेत्रों की मैपिंग की कवायद की जा रही है। इसके माध्यम से संक्रमित इलाकों, मोहल्लों को मैपिंग के माध्यम से चिह्नित किया जा रहा है। इन चिह्नित स्थानों की फोकस टेस्टिंग 04 से 10 दिसम्बर तक करायी जाएगी। इन नमूनों की अधिकतर आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी, ताकि संक्रमण को जितनी जल्दी हो सके खोजा जा सके और संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट करके संक्रमण की श्रंखला को तोड़ा जा सके।