नेपाल में ओली और चार अन्य के मनी लांड्रिंग की जांच शुरू

अब बांगलादेश की तरह नेपाल में भी तख्‍ता पलट के बाद नया खेल शुरू हो गया है। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, शेर बहादुर देउबा, पुष्प कमल दहल (प्रचंड), पूर्व ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का और उनकी पत्नी आरजू राणा देउबा के काठमांडू छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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लखनऊ/गोरखपुर। अब बांगलादेश की तरह नेपाल में भी तख्‍ता पलट के बाद नया खेल शुरू हो गया है। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, शेर बहादुर देउबा, पुष्प कमल दहल (प्रचंड), पूर्व ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का और उनकी पत्नी आरजू राणा देउबा के काठमांडू छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

* शेख हसीना की तरह देश छोड़कर नहीं भाग पाएंगे ओली, 5 अन्य नेताओं के भी देश छोड़ने पर लगी रोक
* शेर बहादुर देउबा, पुष्प कमल दहल, दीपक खड़का, आरजू राणा पर भी भ्रष्टाचार व मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
* बवाल के बाद से ही केपी शर्मा ओली का कोई अता-पता नहीं, उधर देउवा ने आरोपों को गलत ठहराया

नेपाल पिछले दिनों हुए सत्तापलट के दौरान हुए प्रदर्शन के दौरान उनके घर में बैंक नोट जलाने का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद सरकार ने इन नेताओं के ख‍िलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार की जांच शुरू की है। ऐसे में बांगलादेश की शेख हसीना की तरह देश के बाहर जाने का मौका केपी शर्मा ओली को नहीं मिल पाएगा। वैसे ओली इस समय कहां हैं, ये किसी को नहीं मालूम। बवाल के बाद से ही उनका कोई अता-पता नहीं है।

काठमांडू पोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल के मनी लॉन्ड्रिंग जांच विभाग (डीएलएमआई) ने इनके खिलाफ जांच शुरू की है। जांच के दौरान उनके घरों से जलाए गए नोटों के अवशेष, राख और अन्य साक्ष्य एकत्र किए गए हैं। इनको राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा गया है।

डीएलएमआई के एक अधिकारी ने के अनुसार सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और तस्वीरों के आधार पर प्रारंभिक जांच और समीक्षा के बाद यह जांच शुरू की गई है। उधर शेर बहादुर देउबा के लोगों ने इन आरोपों को नकली और बढ़ा-चढ़ा कर बदनाम करने के उद्देश्य से फैलाया गया बताया है।

अभयानंद शुक्ल