दो दर्जन सीए जीएसटी फ्राड में शामिल, रिपोर्ट

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सीबीआईसी ने जीएसटी फ्राड में शामिल 2 दर्जन सीए की रिपोर्ट भेजी…… फर्जीवाड़ा करने वाले चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के काले कारनामों की परतें एक-एक करके सामने आ रही हैं। हाल ही में जीएसटी इंटेलिजेंस द्वारा जीएसटी में फर्जीवाड़े का खुलासा करने के उद्देश्य से चलाए गए राष्ट्रव्यापी अभियान में 40 हजार फर्में-कपनियां लिप्त पाई गईं। अभियान से सबसे ख़तरनाक जानकारी यह सामने आई कि फर्जीवाड़ों में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की बड़े पैमाने पर संलिप्तता पाई गई।

देश में तकरीबन हर राज्य, हर शहर और हर क्षेत्र में जीएसटी में किए जाने वाले फ्राड के मामले पकड़े गए। फर्जी फर्में और फर्जी कंपनियां बनाकर इनके नाम के जरिए बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) हासिल करने का फ्राड बहुत बड़े पैमाने पर किया जा रहा था। जीएसटी इंटेलिजेंस ने सबसे पहले टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके सूचनाएं एकत्र की उनका विश्लेषण किया गया और फिर देशव्यापी अभियान चलाने का निर्णय किया गया। यह कमाल टेक्नोलॉजी का ही है जिससे इंटेलिजेंस डाइरेक्टरेट पुख्ता जानकारियों को हासिल करने में सफल रहा।

जीएसटी की जिम्मेदारी संभालने वाले सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडाइरेक्ट टैक्सेस़ ऐंड कस्टम्स अभियान से प्राप्त जानकारियों का भी विश्लेषण कर रहा है ताकि आगे की कार्रवाई को अंजाम दिया जा सके। बोर्ड को सख्ती से टैक्स वसूल करने की हरीझंडी वित्तमंत्री से मिली हुई है। सीबीआईसी बोर्ड के प्रमुख विवेक जौहरी अपनी का सख्त कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं, उनके कार्यकाल में जीएसटी प्रशासन के तेवर बहुत सख्त हुए भी हैं और कर राजस्व में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

विवेक जौहरी ने बीते दिन पत्रकारों से बातचीत में बताया कि जीएसटी अभियान से करवंचना से अलग बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट का बड़े स्तर पर किए जा रहे फ्राड पकड़ में आए। श्री जौहरी ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि फर्जी इनवायस बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने के साथ -साथ सीधे तौर पर चार्टर्ड एकाउंटेंट्स फ्राड में लिप्त पाए गए। उन्होंने यह स्पष्ट करते हुए बताया कि दो दर्जन चार्टर्ड एकाउंटेंट्स सीधे संलिप्त पाए गए । इन संलिप्त चार्टर्ड एकाउंटेंट्स से संबंधित मामलों को पूरे डिटेल्स के साथ रिपोर्ट बनाकर इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के पास भेज दी गई है, देखना है कि इंस्टीट्यूट क्या कदम उठाएगा।

आईसीएआई के प्रमुख अनिकेत सुनील तलाती ने पिछले सप्ताह कहा था कि इंस्टीट्यूट ऐसे सदस्यों के बाबत प्राप्त शिकायतों पर कार्रवाई कर रहा है, ऐसे सदस्यों से पूछताछ भी की जा रही है। इंस्टीट्यूट विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सीए संस्थान है जो पिछले पचहत्तर वर्षों से सक्रिय है। इसके विदेशों में 45 चैप्टर और देश में 168 शाखाएं हैं। 3.75 लाख से अधिक इसके सदस्य यानी सीए हैं। पिछले कुछ सालों से भ्रष्ट चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के काले कारनामों से सीए प्रोफेशन की छवि धूमिल हुई हुई है। इंस्टीट्यूट के शीर्षस्थ पदाधिकारी दागी सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके 75 सालों में अर्जित गुडविल को सुधार सकते हैं अन्यथा लीपा-पोती करने वाले बयानों से दाग और गहरे ही होंगे।

प्रणतेश बाजपेयी