लखनऊ। कत्थक नृत्य को समर्पित संस्था ‘स्तंभ नृत्यार्चना’ के तत्वाधान में वसंत उत्सव का कार्यक्रम राजधानी के बोटैनिकल गार्डन स्थित सर्वोदय नगर के एक पार्क में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में संस्था के कुशल व नृत्य में प्रवीण शिष्यों द्वारा शानदार प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना के साथ हुआ। गणेश वंदना की खासियत यह रही कि इसमें गणेश स्त्रोतम के ‘नारद उवाच’ को कथक नृत्य में पिरोकर प्रस्तुत किया गया। इसे संस्था के वरिष्ठ शिष्यों अश्विनी श्रीवास्तव व प्रिया बहादुर ने प्रस्तुत किया।
यह नारद उवाच मेधज टेक्नोकॉन्सेप्ट के सीएमडी डॉ. समीर त्रिपाठी द्वारा गाया गया है जिसके लिए संस्था की ओर से उन्हें पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित भी किया गया। द्वितीय प्रस्तुति माँ सरस्वती की वंदना थी जिसे कलाकारों ने कथक नृत्य के सुन्दर अंगो व पद संचालन के माध्यम से प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों को भावविभोर कर दिया। यह प्रस्तुति देविका, इशिता, अनायता, रिया व सताक्षी ने दी।
संस्था की प्रतिभाशाली शिष्या हर्षा त्रिपाठी ने बहुत ही मनमोहक तरीके से शिव वंदना प्रस्तुत किया। इस दौरान हर्षा त्रिपाठी की एक एक भाव भंगिमा यह बता रही थी कि वह कथक नृत्य में कितना प्रवीण है। फिर बारी आई एकल नृत्य की, जिसे भी हर्षा त्रिपाठी ने बहुत ही सुंदर व भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया। उनकी कला को उपस्थित दर्शकों की करतल ध्वनि से कई बार सराहना मिली। उनके मनोहक नृत्यार्चन को स्वर संस्था की संस्थापिका व गुरु अर्चना तिवारी ने प्रदान किया।
कार्यक्रम में तबले पर संगत दे रहे थे गुरु राजीव शुक्ला तो हारमोनियम व स्वर लहरियों से समा बांधा गुरु कमलाकांत ने। सम्पूर्ण कार्यक्रम गुरु अर्चना तिवारी के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मेधज टेक्नोकॉन्सेप्ट के सीएमडी डॉ. समीर त्रिपाठी की विशेष उपस्थिति रही। इसके अतिरिक्त बड़ी संख्या में कलाप्रेमी, पत्रकार व समाजसेवी सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।