बीवी नागिन या पति मानसिक बीमार

मनोविज्ञान में दोहरे चरित्र को दोहरा व्यक्तित्व कहते हैं। यह एक विकार है, जिसमें व्यक्ति के पास दो अलग-अलग व्यक्तित्व होते हैं। इसमें व्यक्ति में दो या दो से अधिक अलग-अलग और विशिष्ट पहचान या व्यक्तित्व की अवस्थाएं होती हैं। इन व्यक्तित्वों का अलग-अलग नाम, व्यवहार और विचार प्रक्रिया हो सकती है। इसमें व्यक्ति मानसिक एक से दूसरे में बदल सकता है। ये अक्सर गंभीर मानसिक आघात या सदमे के जवाब में हो सकता है। यह एक प्रकार का विघटनकारी विकार है, जिसे मनोविज्ञान की भाषा डिसोसिएटिव डिसआर्डर कहते हैं।

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लखनऊ। सूबे की राजधानी से सटे सीतापुर जिले से एक अनोखी घटना सामने आई है। एक पति ने अपनी पत्नी पर आरोप लगाया है कि वह नागिन है। और वह रात में नागिन का रूप धर लेती है, और काटने को दौडती है। पति मेराज ने बाकायदा इस मामले की शिकायत समाधान दिवस पर करके उचित कार्रवाई की मांग की है। इसके उलट पत्नी नसीमुन ने आरोप लगाया है कि उसका पति दहेज में एक बुलेट मोटरसाइकिल और ₹50 हजार नकद की मांग कर रहा है, और पूरी न होने पर मुझे नागिन साबित करके मुझसे पीछा छुड़ाना चाहता है।

दूसरी तरफ मनोवैज्ञानिक पति मेराज की कहानी को विज्ञान के नजरिए से एक बीमारी का बताते हैं जिसे डिसोसिएट डिसऑर्डर या पैरानाइड डिस आर्डर कहा जाता है। उनका मानना है कि इस मामले में कोई एक ही व्यक्ति दो जिंदगियां जीने लगता है। और जिसका प्रभाव उस पर अधिक रहता है वह बार-बार बाहर आने लगता है। उनका मानना है कि हो सकता है कि नसीमुन भी उसी बीमारी का शिकार हो गयी हो। मनोवैज्ञानिक यह भी कहते हैं कि पति भी पैरानाइड डिस आर्डर का शिकार हो सकता है, जिसने किन्हीं कारणों से पत्नी की गलत छवि बना ली हो और रात में उसे वही दिखता हो। मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि दोनों को ही किसी अच्छे मनोवैज्ञानिक की जांच और सलाह की जरूरत है।

सीतापुर जिले की महमूदाबाद तहसील के लोधासा गांव में पत्नी से पीड़ित व्यक्ति ने समाधान दिवस में उपजिलाधिकारी के सामने यह अजब-गजब आरोप लगाया है। पति मेराज का कहना है कि उसने अपनी पत्नी नसीमुन का इलाज व झाड़-फूंक भी कराया पर कोई फायदा नहीं हुआ। समाधान दिवस प्रभारी अधिकारी ने मामले की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई कर आख्या देने के निर्देश दिए हैं।

* नागिन बन मारने की कोशिश करती है बीवी
* यूपी के सीतापुर जिले का अनोखा मामला
* पति ने कहा, रात में काटने को दौडती है
* पत्नी का आरोप, सब दहेज के लिए नाटक है

जिले की महमूदाबाद तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में यह अजब-गजब मामला सामने आया। समाधान दिवस में उस समय हड़कंप मच गया जब युवक ने वहां मौजूद अधिकारी से बोला कि साहब मुझे बचा लो, मेरी बीवी रात में नागिन बनकर जान से मारने की कोशिश करती है। युवक की यह बात सुनकर वहां मौजूद लोग सकते में आ गये। माहौल में अचानक सन्नाटा पसर गया। पीड़ित युवक ने अपनी पत्नी पर आये दिन मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया। शिकायत कर्ता युवक महमूदाबाद तहसील क्षेत्र के लोधासा गांव का मेराज पुत्र मुन्ना है। उसके मुताबिक उसकी शादी थानगांव थाना क्षेत्र के लालपुर गांव की निवासी नसीमुन के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही पत्नी उसे आये दिन मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगी। मेराज का यह भी आरोप है कि रात में पत्नी नसीमुन नागिन बन कर उसे जान से मारने का प्रयास करती है। परंतु नींद खुल जाने पर बीवी अपने नापाक मंसूबे में कामयाब नहीं हो पा रही है। मेराज का यह भी कहना है कि वह अपनी पत्नी का इलाज और झाड़-फूंक भी करवा चुका है, लेकिन उसकी हरकतों में कोई सुधार नहीं हुआ। उसे अपनी पत्नी से जान का खतरा बना हुआ है। उसने बताया कि महमूदाबाद कोतवाली में भी वह मामले को लेकर पहुंचा था। किंतु समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका है। मेराज ने कहा कि साहब मैं बहुत परेशान हूं, कृपया मुझे इससे बचाइए। इस अनोखी शिकायत को सुनकर मौके पर मौजूद अफसर भी कुछ देर के लिए हैरान रह गए। लोगों के बीच यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। कोई इसे अंधविश्वास बता रहा है, तो कोई मानसिक तनाव का नतीजा।

मेराज ने मीडिया के लोगों को जो कहानी बताई है उसके अनुसार उसकी पत्नी रात में जब बिस्तर पर आती है तो रूप बदलना शुरू कर देती है। रूप बदलने के क्रम में पहले उसकी पत्नी नसीमुन आंखें नचाना शुरू करती है और फिर उसका पूरा शरीर ऐंठने लगता है। फिर उसके बाद वह नागिन की तरह फुफकार करने लगती है। और फिर वह काटने की कोशिश करने लगती है। मेराज ने आरोप लगाया है कि नसीमुन के मां-बाप जरूर सब जानते होंगे फिर भी उन्होंने मेरी शादी उससे कराकर मेरा जीवन खराब कर दिया है। मेराज ने शिकायत पत्र में कहा है कि उसकी पत्नी नसीमुन मानसिक रूप से अस्थिर है। वो रात में अचानक उठकर नागिन बन जाती है और उस पर फुफकारती है। इसकी वजह से वो सो भी नहीं पाता। मेराज की इस शिकायत को सुनकर हर कोई हैरान रह गया। ये मामला आसपास इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। मेराज ने कहा कि इसे लेकर महमूदाबाद कोतवाली में पंचायत भी हुई है, लेकिन इस समस्या का हल नहीं निकल पाया है।

मेराज की शिकायत के बाद उसकी पत्नी का भी वीडियो सामने आया है। उसमें नसीमुन का आरोप है कि मेराज दूसरी शादी के लिए यह सब नाटक कर रहा है। नसीमुन ने मेराज पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। उसने यह भी बताया है कि वह चार माह की गर्भवती हैं, और उन्हें इलाज व खाने का खर्च भी मेराज नहीं देता है। इस बाबत सीओ महमूदाबाद वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच कराई गई है। यह सच है कि पत्नी से मेराज का विवाद चल रहा है। और शुरुआती जांच में मेराज के आरोप असत्य व निराधार पाए गए हैं।

पैरानाइड डिस आर्डर का मामला लगता है यह सब : धर्म नगरी अयोध्या के प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक, साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रोफेसर और वैद्य सुधीर राय का इस केस के बारे में कहना है कि ये अवस्था पैरानाइड डिसऑर्डर कही जाती है। इसमें व्यक्ति को वही दिखता है जैसा वह सोच रहा होता है। उन्होंने बताया कि मनोविज्ञान में एक भ्रांति की स्थिति होती है और दूसरी संभ्रांति की स्थिति। भ्रांति की स्थिति में व्यक्ति को लगता है कि सामने रखी रस्सी सांप है, लेकिन संभ्रांति में न रस्सी होती है और न ही सांप, फिर भी देखने वाले को सांप दिखाई देता है। इसके अलावा यह भी हो सकता है कि पति किन्हीं कारणों से पत्नी को पसंद न करता हो और रात में उसको पत्नी नागिन जैसी दिखाई देने लगती हो। ये पसंद और नापसंद का खेल भी हो सकता है।‌ हो सकता है कि महिला किन्हीं कारणों से उसको पसंद न आती हो इसलिए उसमें उसको नागिन दिखाई देती हो। सुधीर राय का अंदाजा है कि यह लैंगिक असंतुष्टि का भी मामला हो सकता है। हो सकता है कि इस जोड़े में से कोई एक दूसरे को सेक्सुअली संतुष्ट न कर पा रहा हो। इसलिए पुरुष अपनी असंतुष्टि या पत्नी की अति कामेच्छा से परेशान हो और इसीलिए उससे पीछा छुड़ाना चाहता हो। और इसी कारण वह यह सब नाटक कर रहा हो। ऐसे में भी पुरुषों को महिलाओं में खामियां दिखने लगती हैं। फिर वह महिला के बारे में कल्पना करने लगता है और उसकी एक अलग छवि दिखने लगती है। और फिर रात में बिस्तर पर भी उसे वही आभास होने लगता है। श्री राय का कहना है कि यदि उस पति का पत्नी से लगातार संपर्क नहीं है तो यह सेक्सुअल प्रवर्जन का भी मामला हो सकता है। फिर इसके बाद पैरानाइड डिसऑर्डर भी हो सकता है। ऐसे में पति को किसी मनोवैज्ञानिक को दिखाना चाहिए। जांच में सब कुछ साफ-साफ निकल कर आ जाएगा।

डिसोसिएटिव डिसआर्डर से हो सकती है ये स्थिति : मनोविज्ञान में दोहरे चरित्र को दोहरा व्यक्तित्व कहते हैं। यह एक विकार है, जिसमें व्यक्ति के पास दो अलग-अलग व्यक्तित्व होते हैं। इसमें व्यक्ति में दो या दो से अधिक अलग-अलग और विशिष्ट पहचान या व्यक्तित्व की अवस्थाएं होती हैं। इन व्यक्तित्वों का अलग-अलग नाम, व्यवहार और विचार प्रक्रिया हो सकती है। इसमें व्यक्ति मानसिक एक से दूसरे में बदल सकता है। ये अक्सर गंभीर मानसिक आघात या सदमे के जवाब में हो सकता है। यह एक प्रकार का विघटनकारी विकार है, जिसे मनोविज्ञान की भाषा डिसोसिएटिव डिसआर्डर कहते हैं। ये व्यक्ति को उसकी यादों, पहचान, भावनाओं और व्यवहार से अलग महसूस कराता है। संक्षेप में, जब कोई व्यक्ति ऐसा व्यवहार करता है जैसे उसके दो अलग व्यक्तित्व हों, तो मनोविज्ञान में इसे दोहरा व्यक्तित्व कहते हैं। हो सकता है कि पत्नी भी इसी मनोवैज्ञानिक बीमारी का शिकार हो। यह सोशल मीडिया के अधिक इस्तेमाल और किसी व्यक्ति की बातों के गहरे असर का भी परिणाम हो सकता है।

अभयानंद शुक्ल
राजनीतिक सम्पादक