लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना को हर फ्रंट पर मात देने वाली योगी सरकार ने ब्लैक फंगस से मुकाबले के लिये मजबूत तैयारी की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-09 की बैठक में इसके लिये जरूरी निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि सीएम हेल्पलाइन और आईसीसीसी के माध्यम से प्रत्येक दिन ब्लैक फंगस मरीजों और उनके परिजनों का हालचाल लिया जाए। उनकी जरूरतों को पूरा कराया जाए।
उन्होंने विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीमों से भी लगातार गंभीर मरीजों से संवाद बनाने को कहा है। ब्लैक फंगस बीमारी के खात्मे में जुटे सीएम योगी भी रोगियों से समय-समय पर फोन से हालचाल ले रहें हैं।
योगी सरकार ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिये सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने और दवाईयों की समय पर उपलब्धता पर विशेष जोर दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि ब्लैक फंगस मरीजों के इलाज और दवाई में कमी की शिकायत उनको नहीं मिलनी चाहिये। मरीजों के उपचार में कारगर एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन और सभी जिलों में विशेषज्ञों की ओर से बताई गई दो अन्य टैबलेट्स की पर्याप्त मात्रा बनाए रखने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ खुद ब्लैक फंगस बीमारी की रोकथाम में उपयोगी संसाधनों को बढ़ाने के लिये प्रयास में लगे हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों से बातचीत कर इस बीमारी से जल्द मरीजों को छुटकारा दिलाने के लिये उनकी ओर सभी बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी सहित जहां कहीं भी ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज हो रहा है वहां स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारी सभी अस्पतालों के सम्पर्क में हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले सरकार एसजीपीजीआई के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम को ब्लैक फंगस के रोगियों पर नजर रखने के लिये मैदान में उतार चुकी है। सरकार का मानना है कि ब्लैक फंगस के रोगियों पर निगरानी बढ़ाकर उपसर जल्द काबू पाया जा सकता है।