• सभी 75 जनपदों में 6 से 19 वर्ष उम्र के बच्चों को बांटी जाएगी आयरन टेबलेट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों में बुधवार यानि 10 तारीख से दस्तक अभियान शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत बच्चों को आयरन की गोली और पेट से कीड़े निकालने की दवा वितरित की जाएगी। यह अभियान 24 मार्च तक चलेगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के महाप्रबंधक, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम डॉ वेद प्रकाश ने बताया कि इस बार दस्तक अभियान के साथ ही राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान भी चलाया जा रहा है। विफ्स कार्यक्रम के अंतर्गत 6 साल से 10 साल के बच्चों को आयरन की पिंक गोली और 11 साल से 19 साल के किशोर किशोरियों को आयरन की नीली गोली वितरित की जाएगी। यह कार्य आशा घर-घर जाकर करेंगी। हर लाभार्थी को 8 गोली दी जाएगी। एक गोली हर हफ्ते खानी है।
वहीं राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत बुधवार से 1 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से अल्बेण्डजाल की गोली खिलाई जाएगी। यह अभियान प्रदेश के चिन्हित 25 जनपदों में चलेगा। इन जिलों में हैं अलीगढ़, आगरा, अमरोहा, बिजनौर, बदायूं, बागपत, बुलंदशहर, शामली, सहारनपुर, संभल, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मेरठ, मुरादाबाद, ललितपुर, मैनपुरी, कासगंज, मथुरा, हाथरस, झांसी, जीबी नगर, गाजियाबाद, हापुड़, फिरोजाबाद एवं एटा।
डॉ वेद ने बताया कि पेट में कीड़े और आयरन की कमी दोनों ही बच्चों के विकास में बाधक है। इसलिए बच्चों को यह दवा खाना आवश्यक है। उन्होने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान अभी 25 जिलों में चलाया जा रहा है। शेष जनपदों में आने वालों दिनों में चलाया जाएगा।
कोविड प्रोटोकाल पर चलेगा अभियान : घर-घर दवा खिलाने जाने वाली आशा कार्यकर्ता कोविड प्रोटोकाल का पालन पूरी तरह से करेंगी। भ्रमण के दौरान आशा को समय-समय ग्लब्स, मास्क और सेनीटाइजर का प्रयोग करना है। साथ ही दो गज की दूरी बनाए रखते हुये अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाना है। आशा को यह निर्देश दिया गया है कि मां-पिता को सिर्फ दवा ही नहीं देनी बल्कि अपने सामने चबाकर कर खिलानी है।
आज से निःशुल्क बनेंगे आयुष्मान गोल्डन कार्ड : प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत एवं मुख्यमंत्री अभियान के तहत योजना के चयनित लाभार्थियों का आज से निःशुल्क गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है। यह अभियान 24 मार्च तक चलेगा। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव ने पत्र भी जारी किया है। पत्र के अनुसार गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए अभी तक जन सेवा केन्द्रों पर रुपये 30 देने पड़ते थे लेकिन इस पखवाड़ा के दौरान यह कार्ड मुफ्त में बनाया जाएगा। गौरतलब है कि उक्त योजना के तहत पात्र लाभार्थी के परिवार को प्रति वर्ष रुपये 5 लाख तक सुविधा निशुल्क उपचार की सुविधा मिलती है। गोल्डन कार्ड बनाने के लिए 15 दिसंबर 2020 से 15 जनवरी 2021 तक चले अभियान के दौरान यूपी में 10 लाख से अधिक कार्ड बनाए गए लेकिन अब भी राज्य में इस योजना से आच्छादित 63 प्रतिशत परिवारों का गोल्ड कार्ड बनना शेष है।