एनएसजी के 2 कमांडो अफसरों ने किया 131 करोड़ का फ्राॅड

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एनएसजी के 2 कमांडो अफसरों ने किया 131 करोड़ का फ्राॅड, 6 महंगी कारें सीज़.. रक्षक ही भक्षक बन जाए तो कौन बचाए, यही हुआ। ऐसे तो आए दिन फ्राॅड- घोटाले सुनते पढ़ते रहते हैं लेकिन जिस घटना का बयान कर रहे हैं वो चौंकाने वाली है। नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के एक पूर्व डिप्टी कमांडेंट ने अपने बहनोई, बहन के साथ मिलकर एनएसजी के मानेसर, (गुरुग्राम) कैम्पस में केंद्रीय भंडार के ठेके दिलाने के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ठेकेदारों से 130 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में इस फ्राॅड का खुलासा हुआ।

ईडी ने मास्टर माइंड पूर्व एनएसजी डिप्टी कमांडेंट प्रवीण यादव पर मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के अंतर्गत मामला दर्ज करते हुए इसकी पत्नी, बहन, पिता, बहनोई और बिचौलिए सहित छः को गिरफ्तार किया। बताते चलें कि प्रवीण यादव का बहनोई नवीन भी एनएसजी में सहायक कमांडेंट था। प्रवीण सहित लाभार्थी परिवारी जनों की 52 चल-अचल सम्पत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया है। इन परिसंपत्तियों की कीमत 45 करोड़ रुपए से अधिक आंकी गई है।

शिकायतें मिलने पर पिछले साल जनवरी में मानेसर थाने में अलग-अलग पांच केस दर्ज किए गए। पुलिस ने प्रवीण यादव, कमल सिंह (प्रवीण का पिता), नवीन खटोडिया( प्रवीण का बहनोई, पूर्व एनएसजी सहायक कमांडेंट), कोशिआ एंटरप्राइज़ेज़ प्राइवेट लिमिटेड, दिनेश मोहन सोरखी (बिचौलिया) और एक्सिस बैंक के खिलाफ एफआईआर की गई थी। एसआईटी ने जांच में फ्राॅड पकड़ा और प्रवीण ऐंड फेमिली के कब्जे से आधा दर्जन महंगी कारें और 13.81 करोड़ रुपए बरामद किए। दरअसल प्रवीण यादव मूल रूप से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में था और डेपुटेशन पर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एन एसजी) ज्वाइन की और डिप्टी कमांडेंट के पद पर था। रिटायर्ड प्रवीण अपने आप को कमांडो फोर्स में आईपीएस अफसर के तौर पर पेश करता था।

प्रवीण ने एनएसजी के मानेसर स्थित कैंपस में केंद्रीय भंडार सिविल निर्माण कार्य के फर्जी टेंडर और अन्य दस्तावेज तैयार किए, इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपनी बहन ऋतुराज की मदद से मानेसर स्थित ऐक्सिस बैंक में ईएमडी (अर्नेस्ट मनी डिपाजिट) नाम से बैंक खाते खुलवाए। बहन ऋतुराज उस बैंक शाखा में मैनेजर थी। इन फर्जी दस्तावेजों को आधार बनाकर प्रवीण ने दिनेश नाम के बिचौलिए बहनोई की मदद से ठेके दिलाने के नाम पर ठेकेदारों से 130 करोड़ रुपए लिए। फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने मामले की जांच करने के बाद प्रवीण यादव के पिता कमल यादव, बहन ऋतुराज, बहनोई नवीन, पत्नी ममता और दिनेश मोहन सोरखी नाम के बिचौलिए को गिरफ्तार किया। ईडी ने मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के अंतर्गत 52 चल-अचल परिसंपत्तियों को सीज़ करने का अस्थाई आदेश दिया है।

प्रणतेश बाजपेयी