1999 में स्थापित की गई एवलाॅन टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड अपने उपर लदे कर्ज (294करोड़ रुपए है) को चुकाने, वर्किंग कैपिटल और अन्य कार्यों को पूरा करने के उद्देश्य से निवेशकों से पूंजी एकत्र करेगी। के. बिचा और भास्कर श्रीनिवासन ने एवलाॅन की स्थापना की थी। कंपनी की भारत और अमेरिका में कुल मिलाकर बारह उत्पादन इकाईयां हैं। प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) की डिजाइन, एसेंबली, केबल एसेंबली, वायर, हार्नेसेज़, शीट मेटल फेब्रिकेशन मशीनिंग से लेकर इंजेक्शन मोल्डेड प्लास्टिक, कंप्लीट इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम का उत्पादन करती है।
कंपनी अपने प्राॅडक्ट्स को भारत के अलावा जापान, नीदरलैंड्स, चीन और अमेरिका सहित कई देशों में स्थित कंपनियों को निर्यात करती है। इसके ग्राहकों में क्योसन इंडिया, जोनार सिस्टम्स इनकार्पोरेटेड, कोलिंस एरोस्पेस, ईइन्फोचिप्स, यूएस मालाबार कंपनी, सिस्टेक कार्पोरेशन और सिक्योरप्लेन टेक्नोलॉजीज़ इनकार्पोरेटेड जैसी प्रतिष्ठित कंपनियां शामिल हैं। एवलाॅन क्लीन एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हेकिल (ईवी) और हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों पर फोकस कर रही है। इसके हाथ में 1200 करोड़ रुपए से अधिक के सप्लाई आर्डर हैं।
अब आते हैं इसके आने वाले आईपीओ पर। आईपीओ 6 अप्रैल को बंद हो जाएगा। कंपनी कुल 1करोड़ 98 लाख 39 हजार 450 शेयर जारी करेगी, इनमें से 73लाख 39 हजार 450 फ्रेश शेयर होंगे और ऑफर फाॅर सेल के तहत 1 करोड़ 25 लाख शेयर एलाट किए जाने हैं। प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू 2 रुपए है और 415_436 रु. की प्राइस रेंज में जारी करने की योजना के तहत निवेशकों से कुल 865 करोड़ रुपए एकत्र किए जाएंगे, इस धनराशि में से 45 प्रतिशत कर्ज़ को चुकाने में इस्तेमाल किया जाएगा।
निवेशक न्यूनतम 34 शेयरों के लिए 14824 रुपए के साथ एप्लाइ कर सकते हैं। मौजूदा में कंपनी के 70.75 प्रतिशत शेयर प्रोमोटर्स के पास है जो प्रस्तावित आईपीओ के तहत निवेशकों को शेयर एलाट होने के बाद घटकर 51.24 प्रतिशत रह जाएगी। एवलाॅन के शेयरों की लिस्टिंग 18 अप्रैल को बीएसई और एनएसई में कराने की योजना है। एवलाॅन ने वर्ष 2019_20 में 653 करोड़ रुपए की आय पर 12.33करोड़ रुपए, 2020_21 में 695 करोड़ पर 23.08 करोड़ रुपए और 2021_22 में 851करोड़ रुपए पर 68.16 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया।
प्रणतेश बाजपेयी