लखनऊ। यूपी के बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन रेंज में बुधवार की देर रात हुए नाव हादसे में एक वृद्ध की मौत हो गई है। 13 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। पर आठ लोगों का अभी पता नहीं चल पाया है। इस बचाव अभियान में सबसे बड़ी बाधा उस इलाके में मोजूद 1800 मगरमच्छ और घडियाल हैं, जिनकी आवाजाही से इस काम में दिक्कतें आ रही हैं। इसके अलावा एक जंगली ने भी सर्च आपरेशन में लगे टीम को दौड़ा लिया। इसके चलते डीआईजी, लेखपाल और सहायक लेखपाल घायल भी हो गये।
जानकारी के अनुसार कतर्नियाघाट के ट्रांस गेरुआ क्षेत्र में बुधवार देर शाम यात्रियों से भरी एक नाव कौड़ियाला नदी में डूब गई थी। इस हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद देर रात तक बचाव अभियान जारी रहा। पर बृहस्पतिवार की सुबह नदी किनारे मातम का माहौल था। मंजर देख परिजनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। हादसे में 65 वर्षीय रामजेई पत्नी मटरू का शव बरामद हुआ है। आठ लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। उधर प्रशासन के अनुसार अब तक 13 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है।
* बुधवार के नाव हादसे में एक की मौत, आठ का अभी पता नहीं
* 13 लोगों को अभी तक अभियान में सुरक्षित बचाया जा सका है
* सर्च अभियान के दौरान जंगली हाथी ने टीम पर किया हमला
* आईजी, लेखपाल और सहायक लेखपाल को दौड़ा लिया
इस मामले में सबसे ज्यादा डराने वाली बात ये है कि जिस कौड़ियाला नदी में नाव डूबी है, उसमें 1800 मगरमच्छों और घड़ियालों का बसेरा है। वन विभाग के मुताबिक, गेरुआ और कौड़ियाला नदी में करीब 600 घड़ियाल हैं, जबकि मगरमच्छों की संख्या 1200 से अधिक बताई जाती है। इस वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। खबर मिलते ही रात दो बजे एनडीआरएफ की टीम गांव में पहुंची और प्रशासन के साथ मिलकर पूरी रात सर्च अभियान चलाया गया।
सर्च अभियान के दौरान एक जंगली हाथी ने टीम पर हमला कर दिया। हाथी ने आईजी, लेखपाल संजय सिंह व सहायक लेखपाल आदर्श कुमार को दौड़ा लिया। टीम के सदस्य किसी तरह बच निकले। बाद में सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया। उधर नदी किनारे अब भी लापता लोगों के परिजन टॉर्च लेकर उम्मीद में बैठे हैं, कि शायद कोई उनका अपना लौट आए।
अभयानंद शुक्ल


