# शिवचरण चौहान
ईसवी सन का पहला दिन पहली जनवरी से शुरू होता है तो विक्रम संवत चैत्र मास की प्रतिपदा से शुरू होता है। वैसे तो शक संवत, शाके, विक्रम संवत, हिजरी संवत सहित दुनिया के अनेक देशों में अलग-अलग दिन से नए वर्ष शुरू होते हैं। इसके बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईसवी सन को ही अभी मान्यता प्राप्त है। हिंदू समाज अपना कैलेंडर अपना पंचांग अलग जारी करता है तो इस्लाम यहूदी और इस आई अपने-अपने कैलेंडर अपने-अपने वर्ष के अनुसार जारी करते हैं।
ईसवी सन ईसा मसीह पर आधारित है और या ईसाइयों का नया वर्ष है।
जिस समय 4 का भाग चला जाए उस वर्ष फरवरी 29 दिन की होती है यानी हर 4 साल बाद फरवरी 29 दिन की होती है। पर शताब्दी बदलने पर या नियम लागू नहीं होता। शताब्दी की संख्या में 400 का भाग दिया जाता है। शताब्दी के संख्या में 400 का भाग पूरा पूरा चला जाए उस वर्ष फरवरी 29 दिन की हुई होती है। जैसे सन 2000 में 400 का भाग पूरा पूरा चला जाता है। शेष फल चार आता है। सन 2000 की फरवरी 29 दिन की थी पर सन 3000 की फरवरी 29 दिन की नहीं होगी। सन 3000 में 400 का भाग नहीं जाएगा। सन 2100 मैं भी शताब्दी बदलेगी पर 400 का भाग नहीं जाएगा और फरवरी 28 दिन की होगी। सन 2400 में 4 का भाग चला जाएगा इससे 2400 की फरवरी 29 दिन की होगी।
सन 1700, 1800, 1900 लीप ईयर नहीं थे पर सन 1600 डीपीएस था। जिस वर्ष फरवरी 29 दिन की होती है उसे डीपीआर कहा जाता है हर 4 साल बाद फरवरी 29 दिन की होती है। इसी तरह हर 400 साल बाद शताब्दी वर्ष की फरवरी 29 दिन की होती है।
400 साल में 146000 दिन होते हैं। इनमें लीप ईयर के 27 दिन और जोड़ दें तो 1460 97 दिन आते हैं। सोमवार से रविवार तक 7 दिन होते हैं। 146097 की संख्या 7 से पूरी पूरी विभाजित हो जाती है। हर 400 साल बाद पहले दिन की शुरुआत यानी 1 जनवरी की शुरुआत सोमवार से होती है और वर्ष का समापन यानी 31 दिसंबर रविवार को होता है। इस गणना के अनुसार नौवीं, 13 वीं, 17 वीं, 21 वीं शताब्दी की शुरुआत यानी 1 जनवरी को सोमवार था और 31 अ दिसंबर को रविवार।
रविवार बुधवार तथा शुक्रवार के दिन से आज तक कोई शताब्दी शुरू नहीं हुई है और ना होगी। सामान्य स्थिति में प्रत्येक वर्ष का पहला व अंतिम दिन एक ही दिन को शुरू होता है और समाप्त होता है। जैसे कि 1 जनवरी को मंगलवार होगा तो 1 दिसंबर को भी मंगलवार होगा। प्रतिवर्ष फरवरी-मार्च व नवंबर महीने… एक ही दिन से शुरू होते हैं। जैसे फरवरी सोमवार से शुरू हुई तो मार्च और नवंबर महीने सोमवार से ही शुरु होंगे। मई जून और अगस्त सदा अलग-अलग दिनों से शुरू होते हैं।